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मेरो प्यारो नन्द लाल किशोरी राधे
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It is all about Krishna and contains list of Holy Spiritual Books, extracts from Srimad Bhagvat, Gita and other gist of wisdom learnt from God kathas - updated with new posts frequently
श्री राधा रानी की ऐसी कृपा सुनकर प्रेमआंसू आ जायेगे -by Indresh Ji
https://youtu.be/uefipLivWls
श्री राधा रानी की ऐसी कृपा सुनकर प्रेमआंसू आ जायेगे
https://youtu.be/uefipLivWls
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मथुरा में एक व्यक्ति रहते थे उनका नाम था जगन्नाथ दास, उनकी पत्नी का नाम था किशोरी जिससे वे बहुत प्रेम करते थे, इतना प्रेम था कि दिन रात उसी को देखने के लिए बहाने ढूंढते रहते थे
https://youtu.be/uefipLivWls&t=0
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एक दिन लौट कर के घर गए तो देखा उनकी पत्नी अचेत अवस्था में पृथ्वी पर गिरी पड़ी थी,वास्तव में उसकी मौत हो चुकी थी
https://youtu.be/uefipLivWls&t=93
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अनायास ही उनके मुख से हे किशोरी, हे किशोरी, हे किशोरी यह भाव मन में प्रकट होने लगा कि “हे किशोरी, तुम कहां हो”
https://youtu.be/uefipLivWls&t=155
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विचरण करते करते मथुरा के गलियों में, मथुरा के जंगलों में प्रवेश कर गए और और विचरण करते करते किशोरी जी (श्री राधा) की ऐसी कृपा हुई कि मथुरा से सीधे बरसाना आ गए, बरसाना आकर के हे किशोरी तुम कहां हो, हे किशोरी तुम कहां हो कहते जा रहे थे
https://youtu.be/uefipLivWls&t=171
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बरसाना में जाकर के किसी कन्या को भी यदि आपने राधा नाम से पुकारा ना तो किशोरी जी आएंगीं, क्योंकि बरसाना में किशोरी यानी राधा (श्यामा) किसी साधारण कन्या का नाम है ही नहीं
https://youtu.be/uefipLivWls&t=196
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उनकी विरह की, उनकी स्मृति, इतनी ज्यादा तीव्र थी कि एक क्षण भी किशोरी का नाम लिए बगैर रहते नहीं थे
https://youtu.be/uefipLivWls&t=213
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अपना श्रृंगार कर रही नित्य लीला में विराज रही श्री किशोरी जी (श्री राधा)का हाथ कांपने लगा, ललिता सखी को बुलाया, सुनो ललिता ये कौन है जो इतनी करुणा से मेरा नाम उच्चारण कर रहा है
https://youtu.be/uefipLivWls&t=232
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ललिता जी बोलीं, किशोरी जी वह आपको स्मृति में नहीं ला रहा है, वह आपका स्मरण नहीं कर रहा है, उसकी पत्नी का नाम किशोरी था, वह अपनी मृत पत्नी का स्मरण कर रहा है
https://youtu.be/uefipLivWls&t=258
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श्री किशोरी जी (श्री राधा) बोलीं कि लेकिन उसके भाव में इतनी करुणा है, इतनी इतनी सरसता है, इतना विरह (feeling of separation) है कि मैं किसी भी क्रिया को करने में असमर्थ हो गईं हूँ, जब तक उसको बुला नहीं लूंगी जब तक उसके सिर पर अपने दोनों वरदहस्त (blessing) रख नहीं दूंगी, जब तक उसको अपने दर्शन दे नहीं दूंगी, तब तक वह शांत नहीं होगा, कृपा करो उसको बुलाओ
https://youtu.be/uefipLivWls&t=285
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ललिता जी गई और उस जगन्नाथ दास के पास जाकर के उसका हाथ पकड़ा कर के लेकर गई निकुंज में, जैसे ही उसने प्रवेश किया निकुंज में जाते ही निकुंज का दर्शन करने लगा, अंदर प्रवेश करते ही सामने एक शिला पर बैठी हुई श्वेत वर्ण के वस्त्र पहनी हुई तप्त कांचन गौरंगी, कंचन जैसा जिनका अंग चमक रहा है, श्री चरणों को गोद में लेकर के श्याम सुंदर बैठे हैं, इस सुंदर छवि का जैसे ही उसने दर्शन किया उसके मुख से अनायास किशोरी भाव प्रकट हुआ, किशोरी श्याम सुंदर दोनों नें उसके पास गए जाकर उसके सिर पर अपना वरदहस्त रखा,अपनी पत्नी को भूल गया और किशोरी भाव से श्री किशोरी जी को ही पुकारने लगा सदा सदा के लिए, निरंतर के लिए, उनके श्री चरणों का दास बन कर के बरसाना में निवास
करने लगा
https://youtu.be/uefipLivWls&t=334
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किशोरी जी ने कृपा कर दी, कितनी बड़ी कृपालु है किशोरी जी, हमारे स्मरण भक्ति में इतनी शक्ति है कि यदि आप स्मरण के भाव से अपने किसी संसारी प्रेमी को पुकार रहे हो और उसका नाम यदि भगवान का नाम है, वो संसारी भले ही ना आवे क्योंकि हम संसार के लोग पत्थर हृदय वाले हैं, लेकिन उस स्मरण भाव से ठाकुर जी जरूर प्रकट हो जाएंगे, ठाकुर जी जरूर प्रसन्न हो जाएंगे
https://youtu.be/uefipLivWls&t=325
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श्री राधाकृष्ण जी ने बताया बहुत ही सुंदर भाव श्री इंद्रेश जी की कथा में। https://youtu.be/zgHvXBluN5A 1 तेरे संग में रहेंगे, ओ मोहना, तुम्हें कभी ना छोड़ेंगे ओ मोहना, मैं वक्ता बनूं, तुम श्रोता बनो, भागवत में मिलेंगे, ओ मोहना https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=104 2 हो नाम तेरा रहे लब पे हरदम, मेरे दिल को तस्कीन (शांति) हो, चैन मिलता रहे सितारे शहर जग मगाते रहें, तेरा बीमार करवट बदलता रहे https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=308 3 वो सुहाना हो मंजर (scene) और मौसम हसीं, पास में तुम रहो और कोई नहीं, है तुम्ही से मेरी रोनके (glitter) जिंदगी, तुम ना बदलो जमाना बदलता रहे https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=387 4 पास मेरे वो आए हैं कुछ इस कदर, उनका पर्दा रहे मुझको दीदार हो पास चिलमन (पर्दा ) के आकर के बैठो जरा , रूप छन छन के बाहर निकलता रहे https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=455 5 जान जाने का मुझको तो कुछ गम नहीं, तुम किसी के नहीं सिर्फ मेरे रहो काश ऐसी कटे अपनी भी जिंदगी, सामने तुम रहो दम निकलता रहे https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=517 6 अब आगे नरसिंह मेहता जी का भाव है, दो चार पंक्तियां, रहे नरसिंह जी जूनागढ़ में, रहे, लेकिन ब्रज उनके हृदय में रहा, उद्धव जी को सुना के कह रही हैं गोपीयां https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=674 7 कृष्ण कृष्ण करता उद्धव प्राण हमारा जाए रे, मरता सुधी नाम कृष्ण हे जी भूलूं ना हे भुलाय रे Gopi says to Uddhav: my soul is always chanting Krishna Krishna and till I die I cannot forget Him even if I want to https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=708 8 गोपी कहती है : स्वर्ग लोक के वैकूंठ लोक, ब्रह्म लोक न गमता रे जे माटी मा श्री कृष्ण रम्या था, वे माटी नी है ममता रे Gopi says to Udhav: neither I want heaven, nor Brahmalok, nor Vaikunth my entire love is for the soil in which Krishna has lovingly played His life https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=795 9 ब्रज नी रज मा, है खाया न खेल्या https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=873 10 सबको ब्रज की माटी नहीं मिलती है, वृंदावन में आए जाए कितना ही, लेकिन यदि कृपा हो श्री जी की तो इस माटी की ममता मिल जाती है, इस माटी की ममता मिल गई वो माटी मिलने के समान ही है, माटी मिली और माटी की ममता नहीं मिली तो माटी क्या करेगी और माटी नहीं मिली और माटी की ममता मिल गई तो सब काम बन जाएगा, सब बात बन जाएगी https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=940 11 ब्रज नी रज मा, है खाया न खेल्या, इच्छा मन माही रे जलना जिवड़ा, जल मा जन्में, अने जल माही मरी जाए रे God Krishna has eaten and played in this soil of Brij, all I want is that I also should take birth (जन्में), grow (जिवड़ा) and die (मरी जाए रे) in the same soil https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=979 Standby link (in case youtube link does not work): श्री राधाकृष्ण जी ने बताया बहुत ही सुंदर भाव श्री इंद्रेश जी की कथा में। #indreshupadhyay #katha.mp4