Vinod Agarwal Bhajan lyrics
jeene ko to hoon ji rahi
जीने को तो हूँ जी रही , प्यारे तेरे बग़ैर भी
पर ज़िन्दगी जिसको कह सकूं, मेरी ऐसी तो ज़िन्दगी नहीं
तेरे बगैर सांवरे ,मौत है ज़िन्दगी नहीं
रूह में शगुफ्तगी (प्रसन्न चित्त) नहीं, मेरे दिल में कोई ख़ुशी नहीं
माना कि मैं फ़क़ीर हूँ ,माना कि मैं हक़ीर (very small) हूँ
पर मुझको न ऐसे छोड़िये, जैसा मेरा कोई नहीं
कब से पुकारता है दिल, कोई भी तो सुनता नहीं
मेरा तो इस जहाँ में तेरे सिवा कोई नहीं