Thursday, July 1, 2021

OPPORTUNITY COST IS 84 LAKH YONIS ,i.e., ALMOST INFINITE - मनुष्य जन्म बड़े भाग्य से मिलता है || 99% लोग ये जानते ही नहीं || Shri Kripalu Ji Maharaj - Full Transcript Text

 


OPPORTUNITY COST IS 84 LAKH YONIS ,i.e., ALMOST INFINITE ,i.e., if you do not utilise this opportunity of a human birth to go back to Godhead, you could be rotating in all the 84 LAKH YONIS before getting a chance to be born as a human being again  - मनुष्य जन्म बड़े भाग्य से मिलता है || 99% लोग ये जानते ही नहीं || Shri Kripalu Ji Maharaj

https://youtu.be/0apniS0EKPs (video unavailable) 

BUT 

https://www.youtube.com/shorts/Bb6l_FXGHWg

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मनुष्य जन्म बड़े भाग्य से मिलता है 99% लोग ये जानते ही नहीं

0.27 मानव देह पाकर यदि प्रेमानंद नहीं पाया तो 84,00,000 में घूमना पड़ेगा

1.10 कभी दया करके भगवान मानव देह देते हैं, रामायण में लिखते हैं कि भगवान कृपा करके देते हैं मनुष्य जीवन और एक तरफ यह भी लिखा है कि बड़ा सौभाग्य से प्राप्त होता है मनुष्य जीवन, दोनों ही बातें हैं : कर्म भी अच्छे हो और भगवान की कृपा भी हो क्योंकि कर्म तो जड़ है (अपने आप से तो कर्म कुछ कर नहीं सकता)

2.25 भगवान को परिश्रम करना पड़ा ना तुम्हें मानव देह देने के लिए, इसीलिए ये भगवान की कृपा है, तुमने कौन सी तनख्वाह दी है भगवान को

2 46 कर्म भी अपने अच्छे होने चाहिए क्योंकि यदि भगवान सब पर ही कृपा कर दें तो फिर जितने पशु, पक्षी, कीट, पतंग हैं, सभी मनुष्य बन जाएं, इतने मनुष्यहो जाएंगे कि पानी भी नहीं मिलेगा पीने को 

3 20 मनुष्य का शरीर दुर्लभ है मगर इसका सबसे बड़ा दोष यह है कि यह क्षणभंगुर (can lapse at any moment) है, हां हां समझ गए, तो करेंगे ? हाँ करेंगे, नहीं नहीं - अभी से कर भक्ती

3 50 एक क्षण की भी guarantee है यमराज के यहां से ?  देख रहे हो ना, वो जन्म लेते ही मर गया, वो IAS करके आ रहा था, accident में मर गया, तुम अपने को अमर क्यों समझ रहे हो ?

4 22 युधिष्ठिर और यक्ष (a demi angelic (अर्ध देव) person) की कथा, यक्ष ने सवाल पूछा, कि सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है, युधिष्ठिर ने कहा कि सब लोग चारों तरफ देख रहे हैं कि सब मर रहे हैं, मगर अपने आप को कोई नहीं समझता कि हम भी मरेंगे, किसी भी क्षण  

6 50 राम नाम सत्य है केवल मरने पर बोलते हैं, जीते जी नहीं बोलते ? कितनी विडंबना (tragedy) है, यह है ज्ञान हमारा

7 50 दुकान पर पूजा का सामान खरीदने जाएंगे तो सबसे सस्ता घटिया वाला लेंगे, हमारी भावना कितनी दूषित है

8 53 वेद कह रहे हैं, हे मनुष्य ! मनुष्य जीवन का लाभ उठा लो, यह करोड़ों जन्म के बाद मिला है आपको, भगवान श्रीकृष्ण के शरणागत हो जाओ, अपना कल्याण कर लो

9.54 हे मनुष्यो, श्री कृष्ण की भक्ति करके अपना जीवन का लक्ष्य प्राप्त कर लो, नहीं तो करोड़ों बार 84,00,000 में घूमना पड़ेगा, फिर कभी मानव देह मिलेगा, मगर फिर आप कहोगे "कर लेंगे"

10 20 पहले तो 99% लोग जानते ही नहीं कि करना क्या है जीवन में मनुष्य जीवन पाके,  और जो जान गए हैं, वह कहते हैं "कर लेंगें" उधार कर लेते हैं,  retire होकर करेंगे, और यदि  पहले मर गए तो, फिर कुछ नहीं !

10 55 हम लोगों ने उधार करते करते अनंत जन्म बिता दिए