Vinod Agarwal Bhajan lyrics
kam mera hai chahat karoon deed ki
काम मेरा है चाहत करूँ दीद की , मुझको जलवा दिखाना तेरा काम है
मेरी ऑंखें तेरे दीद की मुन्तज़िर , रुख से पर्दा हटाना तेरा काम है
मैं खिलौना प्रभु हूँ तेरे हाथ का ,मेरी क्या ज़िन्दगी मेरी औकात क्या
काम मेरा बन बन के नित्य टूटना ,तोड़ना जोड़ना अब तेरा काम है
मुझको तेरी इनायत पे काबिल यकीं ,मुझको तारिख (dark ) राहों की परवाह नहीं ,
काम मेरा चलना सो सो मैं चलना दिया, आगे रस्ता दिखाना तेरा काम है
काम मेरा है तेरा मैं सुमिरन करून ,काम तेरा है खाली तू दमन भरे
काम मेरा है ज्योति जगाना तेरी , सोइ किस्मत जगाना तेरा काम है
जब दिया न किसी ने सहारा मुझे ,तब बेचैन होके पुकारा तुझे
मैं हूँ नादान काम मेरा नित्य डूबना, डूबते को बचाना तेरा काम है
अब तो आजा प्रभु दो घड़ी के लिए ,मेरा आज़ादे वक्ते सफ़र आ गया
काम मेरा था आवाज़ देना तुझे , आगे आना न आना तेरा काम है
काम मेरा है चाहत करूँ दीद की , मुझको जलवा दिखाना तेरा काम है
मेरी ऑंखें तेरे दीद की मुन्तज़िर , रुख से पर्दा हटाना तेरा काम है
ऐ मूर्ति तुम पूज्यनीय हो, इसलिए नहीं की तुममे देवता बस्ते हैं , बल्कि इसलिए की तुमने तराशे जाने का दर्द सहा है
वो तुम हो कि दे दे के चरके (wounds) हज़ारों, हरेक ज़ख्मे दिल laadava कर दिया है ,
ये मैं हूँ के कर कर के सिज़दे हज़ारों , तुम्हें एक बुत से खुदा कर दिया है