Thursday, August 5, 2021

Meaning of believing in God भगवान को मानने के अर्थ

 

Meaning of believing in God भगवान को मानने के अर्थ

https://www.youtube.com/watch?v=KmUQQ9Wu1LU&list=PLI9pJ1j5Go3tIR9SwkoTdcTm-EhrmGIM2&index=3

*जब अर्जुन ने भगवान से कहा “मैं बहुत दुखी हूँ”, तो भगवान ने क्या कहा “अर्जुन, तुम शरीर नहीं, आत्मा हो, तुम आध्यात्मिक ज्ञान भूल गए हो*”  https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=45 *हम अपने आप को एक भक्त समझते हैं क्योंकि मैं रोज़ मंदिर जाता हूँ, व्रत करता हूँ – Hirankashyap ने कितनी बड़ी तपस्या की थी ब्रह्मा जी की, रावण नें कितनी बड़ी तपस्या की थी शिव जी की, मगर ये दोनों ही असुर यानी राक्षस कहलाये*   https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=68  *मगर रावण और आपकी इच्छायें एक जैसी हैं, मंदिर जाते क्यों है भोगने की वस्तुएं चाहिए, हिंदुस्तान में इतने लोग मंदिर जाते हैं तो सबका बेड़ा पार हो गया होता, मगर बेड़ा गर्क क्यों हो गया, क्योंकि हमारी आध्यात्मिक शक्ति तो हमसे ले ली गयी (हमारी भौतिक इच्छाओं ने हर ली, हमारी आध्यात्मिक शक्ति*) https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=96  *चैतन्य महाप्रभु भगवान स्वयं श्री कृष्ण ही थे, एक भक्त के रूप में - क्योंकि भगवान से बेहतर कोई और बता ही नहीं सकता कि भक्ति कैसे की जा सकती है, वृन्दावन में बहुत से मन्दिर श्री चैतन्य महाप्रभु के शिष्यों के हैं*  https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=165  *भगवद गीता का ज्ञान जानना बहुत अनिवार्य हो गया है, गीता उपदेश सुनने के बाद अर्जुन ने कहा कि  मेरा मोह (attachment) नष्ट हो गया है, अब मैं आपकी आज्ञा का पालन करूँगा*” https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=224 *आपको कहा जाए कि भगवान की आज्ञा का पालन करो तो आप पूछोगे कि भगवान की आज्ञा है क्या ? लोग शिव जी की, दुर्गा माता की पूजा करते हैं, आप ये बताइए कि क्या आप उनके भक्त हो या चमचे हो, यदि भक्त हो तो क्या शिव जी की, दुर्गा माता की आज्ञा का पालन करते हो (और उनकी आज्ञा है कि श्री कृष्ण की भक्ति करो), तब तो उनके भक्त हो*  https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=261  *जब तक आध्यात्मिक ज्ञान नहीं प्राप्त होगा, तब तक आपका जीवन निरर्थक (meaningless) है*  https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=350  *मंदिर जाना जरूरी है मगर केवल मंदिर जाने और अगरबत्ती चढ़ाने से काम नहीं बनेगा, लोग कहते हैं कि भगवान को 2 मिनट दिल से स्मरण कर लो काफी है, मगर भगवान में लगाने के लिए दो मिनट मन लगाने के लिए, लोगों के जन्मों बीत जाते हैं, ऋषि मुनि हजारों साल जंगल में जाकर तपस्या करते थे केवल 2 मिनट भगवान में दिल लगाने के लिए* https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=358 *मगर शास्त्रों में कहीं नहीं लिखा कि केवल 2 मिनट भगवान में मन लगाइए, गीता में भगवान स्वयं कहते हैं कि “सततम” यानी लगातार मेरा कीर्तन कीजिये, ये 2 मिनट वाली बात भ्रमित (illusionary, diversionary) करने वाली है इस कलयुग में* https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=409  *भ्रमित मत होइये, बुद्धि लगाईये, केवल income tax और sales tax  कैसे बचाया जाए, जीवन तो वैसे ही नष्ट हो गया, भगवान ने बुद्धि केवल इसके लिए नहीं दी* https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=428  *मंदिर आना आवश्यक, मगर ज्ञान लेना अति आवश्यक* https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=464  *ब्राह्मण के छ: (six ) कार्य हैं: ज्ञान लेना ज्ञान देना, यज्ञ करना यज्ञ कराना, दान देना दान लेना*  https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=508  *दान लेना ही लेना नहीं है देना भी है, प्रभुपाद जी कहते थे की ब्राह्मण के पास यदि ₹1,00,000 रुपये सुबह आया तो शाम तक सब बँट जाना चाहिए, क्षत्रिय के पास संग्रह की अनुमति है, वेश्य के पास और अधिक संग्रह, मगर शूद्र इन तीनों की सेवा करता है, मैं Five star hotel का GM था, मगर शूद्र था, क्यों क्योंकि मैं वैश्य के लिए काम करता था* https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=524  *तो प्रभु जी जानिए की ये शरीर मिला है आपको ज्ञान लेने के लिए* https://youtu.be/KmUQQ9Wu1LU&t=574


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भगवान को मानने के अर्थ DSC 0003 H. G. Vrindavanchandra Das GIVEGITA.mp4