आ मेरे रसिया आ मेरे प्यारे aa mere rasiya aa mere pyare
आ मेरे रसिया आ मेरे प्यारे
आजाओ मेरे पी मतवारे
आजाओ नैनों के तारे
कितना निर्मल,कितना पावन था वो पल मिलन हमारा
वो अल्प मिलन, जीवन को दे गया ,कैसा पूर्ण विराम निराला
अल्प समय में पूर्ण की चाहत करने लगा ये दिल बेचारा
पूर्ण करो, हे परम पूर्ण ,अल्प सा आग्रह हमारा
तुममें मिलकर पूर्ण हो जाएं ,तुममें मिलकर तुममे ही हो जाये विलय हमारा
इन आँखों को तलाश है जैसी
वैसी इक तस्वीर दे दो
और दिल चाहता है जैसी वैसी इक मुलाकात दे दो
मैं ज़्यादा कुछ नहीं मांगती आपसे बस इक बार मुझे आप से आप दे दो
मैंने समझा लिया है खुद को, आपसे दूर रहना और सीख लिया है
दूर रहके भी सिर्फ तुम्हारी हो के रहना
फिर भी डरती रहती हूँ
कहीं कोई कमी (out of sight , out of mind) इस दिल पर न दस्तक दे जाये
इसलिए मांगती हूँ आप से आप दे दो
कोई रिश्ता नहीं, कोई नाता नहीं , कोई वस्तु या कोई वादा नहीं
इन सांसों को अब विराम दे दो, इक बार मुझे, आप से आप दे दो
(बड़ी अजीब होती है बंदिशे मोहब्बत की
न ही तुमने कैद रखा, न ही हम फरार हुए)
आ मेरे रसिया आ मेरे प्यारे