आपकी सारी समस्याओं का समाधान 100%
100% solution to all your problems
https://youtu.be/leQKNQK0JJ4
1
कोई उद्देश्य किसका होता है गाड़ी का या गाड़ी के ड्राइवर का, owner का , गाड़ी का काम है owner के उद्देश्य को पूरा करना (ऐसे ही हमारा हमारी आत्मा का लक्ष्य है भगवान प्राप्ति और जो गाड़ी रूपी शरीर है उसका उद्देश्य है आत्मा की मदद करना, मगर हम लोग केवल शरीर के उद्देश्य को ही आत्म का उद्देश्य मान लेते हैं जो कि सरासर गलत है और इसीलिए हम माया के जाल में फंसे हुए हैं 84,00,000 योनियों में)
Whose purpose is to be met ? of the car or the driver of the car, the job of the car is to fulfill the purpose of the owner (Similarly, the goal of our soul is to attain God and the purpose of the body in the form of a car is to help the soul. , but we consider only the purpose of the body as the purpose of the self, which is completely wrong and that is why we are trapped in the web of Maya in 84,00,000 births.)
https://youtu.be/leQKNQK0JJ4&t=36
2
मैं शरीर नही आत्मा हूं, ये गीता के आध्यात्मिक ज्ञान की पहली सीढ़ी है
I am not a body but a soul, this is the first step to spiritual knowledge of Gita.
https://youtu.be/leQKNQK0JJ4&t=55
3
हम किसी ना किसी से अवश्य ही जुड़े हैं बीवी से, पति से, बच्चों से नौकरी से, धन से, मगर भगवान से जुड़े नहीं जो कि वास्तविक “योग” है, क्योंकि यदि भगवान से जुड़ जाते, तो मनुष्य जीवन का लक्ष्य (यानी भगवत प्राप्ति)मिल जाता
We are definitely connected to something or the other - wife, husband, children, job, money, but we are not connected to God, which is the real "Yoga" (which means Union, जुड़ना), because if we were connected to God, then the goal of human life (i.e. God's attainment) is attained
https://youtu.be/leQKNQK0JJ4&t=159
4
यह सारी आध्यात्मिक विद्या है आपको याद दिलाने के लिए कि मेरी आत्मा का लक्ष्य है भगवान कृष्ण के साथ संबंध, जो मैं भूल गया हूं, उसको वापस स्थापित करना
All this spiritual knowledge is to remind you that the goal of my soul is to establish a relationship with Lord Krishna, to restore what I have forgotten.
https://youtu.be/leQKNQK0JJ4&t=190
5
आप भगवान की सेवा करते हो और सेवा का एक ही मतलब है, जिसकी सेवा कर रहे हो उसकी आज्ञा का पालन करना , मगर मुझे पहले जानना पड़ेगा कि भगवान मुझसे क्या चाहते हैं, इसलिए गीता का ज्ञान होना अति आवश्यक है
You serve God and service has only one meaning, to obey the orders of the one you are serving, but first I have to know what service God wants from me, hence knowledge of Gita is very important.
https://youtu.be/leQKNQK0JJ4&t=244
6
हम भी बड़े selfish हैं परंतु अगर अध्यात्म में selfish हो जाओगे तो सबका भला हो जाएगा, भगवान ने गीता में कहा है जो मेरा प्रचार करता है, या प्रचार में सहायता करता है, वो मुझे सबसे प्रिय है और हम सब किसका प्रिय बनना चाहते हैं भगवान का प्रिय, बाकी सभी का प्रिय बनोगे तो क्या फायदा होगा, जब वो चला (मर) जाएगा, तुम फिर लटक गए यानी कहीं के नहीं रहोगे
We are also very selfish, but if you become selfish in spirituality then everyone will be benefited, God has said in Gita, the one who propagates awareness about Me, or helps in preaching knowledge about Me, is most dear to Me and whom do we all want to be dear to - we all want to become God's beloved ; what will be the benefit if you become everyone else's beloved in this world, when he/she goes away (dies), you will be left hanging again i.e. you will have no one left as your own in this world.
https://youtu.be/leQKNQK0JJ4&t=330
7
भगवान की सेवा पकड़ लो, हनुमान जी और शिव जी किसकी सेवा पकड़ के बैठे हैं, "राम काज करिबे को आतुर", आपको मनुष्य का जीवन मिला है जो की एक लॉटरी है, लॉटरी को अब एनकैश करो, व्यर्थ मत गवांओ
Hold onto the service of God, whose service are Hanuman ji and Shiv ji holding onto, Ram (same as Krishna) of course ; now that you have got human life which is a lottery, encash the lottery now, do not waste it.
https://youtu.be/leQKNQK0JJ4&t=358
Transcript from video:
0:00
आपने स्टार्टिंग में क्वेन दिया था जीवन
0:03
का उद्देश्य क्या है तो आपके हिसाब से
0:06
मेरे हिसाब से नहीं अगर मैं अपने हिसाब से
0:08
बोलू तो आप बोलना चुप हो जाओ हां ध्यान
0:12
रखना शास्त्रों के हिसाब से क्या है क्या
0:16
आप जब लॉयर के पास जाते हो कोई केस के
0:18
अंदर तो क्या बोलते हो लॉयर से लॉ के
0:20
अनुसार क्या है या बोलते हो आपके हिसाब से
0:23
क्या है बेटा उनके हिसाब से मत ले लेना आप
0:25
लोग पता लगा अंदर हो
0:28
जाओगे क्योंकि उनका हिसाब थोड़ी चलता है
0:31
कांस्टिट्यूशन के तो इसको शॉर्ट में बता
0:33
रहा हूं आपको क्योंकि इसके लिए आपको 13
0:36
घंटे सुनना पड़ेगा पर्पस किसका पर्पस
0:39
गाड़ी का होता है या उसके ओनर का होता है
0:42
जो ड्राइविंग कर रहा
0:44
है
0:46
बताइए दोनों का परंतु मेन किसका होता है
0:51
ओनर का कार का काम है ओनर के उद्देश्य को
0:55
पूरा करना तो भगवत गीता जैसे कि आपको अगर
0:59
अंग्रेजी सीखनी है तो ए बी सीडी से शुरू
1:02
करना पड़ेगा और मैथमेटिक्स सीखनी है गणित
1:04
सीखनी है तो वन टूथ से शुरू करना पड़ेगा
1:06
एक दो तीन चार से इसी तरीके से
1:08
स्पिरिचुअलिटी आध्या की आध्यात्म की
1:11
शुरुआत होती है कि मैं कौन हूं और भगवत
1:15
गीता का पहला स्टेप है मैं शरीर नहीं
1:17
आत्मा हूं क्या है मैं तो परपस किसका होगा
1:22
आत्मा का और शरीर का कार्य है कि आत्मा के
1:25
पर्पस को पूर्ण करे तो ये तो पहली चीज हुई
1:29
क्या आत्मा के पर्पस को समझो अब आत्मा का
1:31
पर्पस क्या है आप एक्चुअली आत्मा का पर्पस
1:34
भूल के ना शरीर को अपने आप को समझने लग गए
1:36
हो तो आप क्या करते हो आप योग करते हो
1:38
क्या करते हो प्रभु जी आप जीवन में गाड़ी
1:41
जोड़ते हो बंगला जोड़ते हो शादी करते हो
1:44
रिश्तेदार जोड़ते हो मित्र जोड़ते हो घर
1:46
जोड़ते हो दुनिया भर की चीजें जोड़ते हो
1:48
किसलिए कि आपको खुशी मिले परंतु यह सारी
1:52
खुशियां जो है य टेंपररी है क्या है परंतु
1:55
आप जो आत्मा है वो सनातन है इसलिए आपके मन
1:58
में हर टाइम क्या कैसे रिश्ते चाहते हो आप
2:01
लंबे या छोटे लंबे घर कैसा बनाना चाहते हो
2:05
जो लंबा चले गाड़ी कैसी चाहते हो जो लंबी
2:08
चले हर चीज आप चाहते हो लंबी परतु
2:10
एक्चुअली अगर आप दिल से पूछोगे तो आप ऐसी
2:12
चीज चाहते हो जो कभी खत्म ना हो तो इसी
2:17
तरीके से
2:18
आत्मा आज ढकी हुई है ढकी का मतलब अपनी
2:21
पहचान को
2:22
थोड़ी भूल
2:25
गए तो किसका पर्पस हुआ पहले तो यह चीज है
2:28
पर्पस है आत्मा का शरीर नहीं है शरीर का
2:31
काम है आत्मा का पर्पस जभी भगवान ने शरीर
2:33
को यंत्र कहा है यंत्र का काम है मेरा
2:35
पर्पस पूरा करें तो व यंत्र हैय शरीर
2:39
दूसरा अब आता है किससे जुडू आप जीवन भर
2:43
चीजों से जुड़ रहे हो जुड़ रहे हो ना
2:45
प्रभु जी पैदा हुए थे तो जुड़े
2:48
थे एजुकेशन से नौकरी से बिजनेस से फिर
2:53
लोगों से जुड़े पत्नी पति बच्चे मामा चाचा
2:56
ताऊ बने यह सब दुनिया भर का जोड़ रहे हो
3:00
जोड़ रहे हो परंतु जिससे जुड़ना चाहिए
3:03
उससे जुड़ा ही नहीं भगवान से जुड़े नहीं
3:06
भगवान से जुड़े नहीं क्योंकि उनसे अगर
3:10
जुड़ जाते तो वह जो योग है वह कभी
3:15
खत्म नहीं होता था है और रहेगा बाकी तो
3:20
आएंगे और जाएंगे कोई रुकने वाला नहीं है
3:25
कितना रोकने की कोशिश कर लो तो प्रभु जी
3:28
यह शरीर इसलिए है कि यह सनातन योग सनातन
3:32
धर्म को आप
3:45
स्टेबलिंग है वह नया नहीं है वोह था है और
3:50
रहेगा हम भूल गए हैं तो यह सारी विद्या है
3:53
आपको याद दिलाने के लिए क्या आप अपना जो
3:55
संबंध है तो पर्पस क्या हुआ आत्मा का
3:59
पर्पस हुआ कि मेरा भगवान कृष्ण के साथ जो
4:01
संबंध मैं भूल गया हूं उसको वापस स्थापित
4:04
करना और उसको कैसे करोगे प्रेम भगवान के
4:08
साथ वापस प्रेम करके आसक्ति करके क्या
4:11
करके और आसक्ति का सेम सबसे बड़ा सरल
4:14
तरीका है जो बच्चा जो भी व्यक्ति जिसकी
4:17
सेवा करता है सबसे ज्यादा उससे अटैच भी
4:19
सबसे ज्यादा हो जाता है इसी तरीके से आप
4:23
भगवान की सेवा करते हो और सेवा का एक ही
4:25
मतलब है जिसकी सेवा कर रहे हो उसकी आज्ञा
4:28
का
4:30
पालन करना सेवा मन गंत नहीं होती पिताजी
4:33
बोलने बेटा दूध पिला दे आप कह रहे हो पानी
4:36
पी केर खुश रह ले यह सेवा थोड़ी है जैसे
4:41
मजाक में मेरा छोटा भाई कह दिया करता था
4:43
मेरी नानी को पैर दबा रहा था तो एक दिन
4:45
नानी ने कहा गला दर्द हो रहा है दबा दूं
4:47
क्या क्योंकि पैर दर्द हो रहा था तो दबा
4:50
रहे थे व मजाक करता था कि गला दर्द हुआ तो
4:52
क्या करूं तो गला दबाने की जगह थोड़ी है
4:56
तो इसी तरह से परपस क्या है हमारा जो
4:58
संबंध हम
5:00
भूल गए हैं उस संबंध को वापस स्थापित करना
5:02
उसके लिए हरे कृष्णा महामंत्र बहुत हेल्प
5:04
करता है फिर यह नॉलेज जो है यह आपको हेल्प
5:08
करती है कि जो आपके बीच में रुकावटें आती
5:10
है उसको दूर कैसे
5:12
करना क्योंकि ध्यान रखिएगा भगवत गीता में
5:16
आपको पता लगता है कि भगवान हमसे क्या
5:18
चाहते हैं बड़ा सिंपल है मेरे को आपकी
5:22
सेवा करनी है तो मुझे जानना पड़ेगा कि आप
5:25
मुझसे क्या चाहते हैं अगर मैं वह कार्य
5:27
करूंगा तो आपका प्रिय वैसे ही हो जाऊंगा
5:30
और हम भी हम भी बड़े सेल्फिश है सबको
5:31
सेल्फिश होना चाहिए परंतु सेल्फिश हो अगर
5:34
अध्यात्म में सेल्फिश हो जाओगे तो सबका
5:36
भला हो जाएगा भगवान ने गीता में कहा है जो
5:38
मेरा प्रचार करता है या प्रचार में सहायता
5:39
करता है वो मुझे सबसे प्रिय है और हम सब
5:42
के सब किसका प्रिय बनना चाहते हैं भगवान
5:44
का प्रिय बाकी का बनोगे तो क्या फायदा
5:46
होगा जब व चला जाएगा तुम फिर लटक गए
5:49
फिर वहीं के वही बड़ी मुश्किल से तो एक
5:52
व्यक्ति की सेवा करी पॉलिटिक्स पॉलिटिक्स
5:54
पॉलिटिक्स बनना चाहता था पता लगा वो मर
5:56
गया उसके बाद आप फिर जीरो के जीरो फिर
5:58!
दूसरे के चक्कर में लग जाओ अरे भगवान की
6:01
सेवा पकड़ लो हनुमान जी किसकी सेवा पकड़
6:03
के बैठे हैं अरे राम काज करबे को आतुर राम
6:08
के काज करने को आतुर और आप जाकर शनिवार को
6:11
मंगलवार को हनुमान जी राम काज को छोड़ो
6:14
मेरी काज करने को आतुर हो जाओ अरे हनुमान
6:18
जी घुमा घुमा के मारेंगे बोले यार मैं राम
6:21
का दास हूं कि तेरा दास हूं सोचो जरा
6:24
विचार करो पता हम लोग ना हम लोग का बड़ घर
6:26
हो चुका है जी गाते क्या है करते क्या है
6:31
शिव जी के पास जाते हैं लड़कियां जाती हैं
6:34
माताएं जाती है कि शादी करा दो शिव जी
6:36
कहते हैं मेरे जैसा मिल जाएगा पति
6:39
लेगी एक नहीं
6:41
लेगी बताओ आप मुझे जी अरे कहां जा रहे हो
6:45
किसके लिए जा रहे हो जानो तो सबके अपने
6:48
अपने पोर्टफोलियो है क्या है और सब दास है
6:52
कृष्ण दास गुजरात में तो यह बोलने की
6:54
ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती बाकी जगहो तो
6:57
नॉर्थ में जा तो बुरी हालत है
7:00
यहां तो तब भी लोग कृष्ण भगवान को जानते
7:03
हैं मानते हैं आप लोग लकी हो परंतु उस
7:06
लॉटरी को अब एनकैश करो वेस्ट मत
7:12
करो समझ में आया आपके ठीक है प्रभु
7:19
[संगीत]
7:21
जी
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