आवत बने कान्ह गोप बालकन संग, नेचू की खुर रेणु क्षुरित अलकावली
जब कान्हा गौ चराकर संध्या काल को वापिस आते थे तो
उनकी रुप छटा देखते ही बनती थी:
“आवत बने कान्हा गोप बालकन संघ,
धेनु की (or नेचु की) खुर रेणु
क्षरित अलकावली, भोह मन मथ चाप,
वक्र लोचन बाण, शीश शोभित
मत्त मोर चंदा बली”
गौ -cows, आवत =while coming (from forest), बालकन=cowherd boys ,
धेनु /नेचु =a cow, खुर-hooves, रेणु=dust, क्षरित =disarranged / disheveled hair, अलकावली – front hair, भोह=eyebrow, मथ=forehead, चाप=hidden, वक्र=slanting, लोचन=eyes, बाण = arrows, शीश=head, शोभित = decorated, मत्त = intoxicated, मोर =peacock, चंदा=moon, बली=ready to sacrifice everything
WHEN AT BRIJ (VRINDAVAN), GOD USED TO COME BACK AFTER COW-GRAZING ALONG WITH COWHERD BOYS, HIS FACE WAS AN ALLURING SIGHT
WHAT WITH COWS’ HOOVES’ DIRT RAISED UP, HIS HAIR ALL MESSED UP & FALLING ON HIS EYEBROWS & FOREHEAD
HIS SLANTING EYES, AS IF SHOOTING LOVING ARROWS & ADORNED HEAD INTOXICATING ALL ON SEEING HIM INCLUDING PEACOCKS & SHAMING EVEN MOON AT DUSK
short accolade (praise of Lord):
https://youtube.com/shorts/wGD1hrVz4xc
Related:
https://www.radhadamodarmandir.com/magazine/Apr-2021/424
Full accolade:
https://www.youtube.com/watch?v=MaoZB4nhl_A&list=PLxCg3knm90vmBysa-E4j92tV_aOQemeDL&index=80 at time slots:
0:00 आवत बनै कान्ह गोप बालक संग नेचुकी खुर रेनु क्षरित छुरित अलकावली। (नेचु = a cow) भौंह मनमथ चाप वक्र लोचन बान सीस सोभित मत्त मोर चन्द्रावली 0:58 उदित उडुराज सुन्दर सिरोमणि बदन (उदित =rise of, उडुराज =moon, सिरोमणि = topmost)
निरख फूली नवल युवति कुमुदावली (नवल =young, कुमुदावली = like multiple lotuses)
अरून सकुचत अधर बिंब फल उपहसत (अरून = red, बिंब =image)
कछुक परगट होत कुंद दसनावली (दसनावली (teeth))
1:54 स्वर्ण कुंडल, तिलक भाल बेसरि नाक (भाल =forehead, बेसरि =a nasal gem)
कंठ कौस्तुभ मनि सुभग त्रिवलावली (कंठ = neck, कौस्तुभ मनि = precious gem worn by Lord, त्रिवलावली = external ornaments worn by Lord)
2:22 रत्न हाटक खचित उरसि पद कनक पात (हाटक & कनक = a golden, खचित = embedded, उरसि = neck)
बीच राजत सुभग झलक मुक्तावली (सुभग झलक मुक्तावली = a fortunate sight (of Lord) which grants liberation) बलय कंगन बाजूबंद आजान भुज (आजान = Lord, भुज =arm)
3:02 मुद्रिका करतल बिराजत नखावली (मुद्रिका =ring, कर= hands, नखावली= nails)
कुणित कर मुरलिका अखिल मोहित बिस्व (With His flute held in His hands, entire world is captivated & also Gopis all together गोपिका जन मनसि गंथित प्रेमावली (गंथित = all together)
3:42 कटि छुद्र घंटिका कनक हीरा मई (कटि =waist, छुद्र घंटिका =घुँघरू,कनक हीरा मई = precious diamond studded)
नाभि अंबुज बलित भृंग रोमावली (नाभि = navel, अंबुज =lotus, रोमावली = hair from neck to navel) धाई कवहुँक चलत भक्त हित जानि प्रिय 4:21 गंड मंडल रचित स्त्रम जल कनावली
(गंड =cheeks, स्त्रम=माला, कनावली =bunch of small pearls (मोती)
4:34 पीत कौसेय पट धार सुन्दर अंग (पीत=yellow, कौसेय = silken) बजत नूपुर गीत भरत शब्दावली (नूपुर=घुँघरू)
5:00 हृदय कृस्नदास बलि गिरिधरन लाल की (I sacrifice myself for Lord) चरन नख चंद्रिका हरत तिमिरावली
(light (चंद्रिका) of nails (नख) of feet (चरन) remove (हरत) all darkness (तिमिर)
6:09 श्री कृष्ण शरणम ममाः
8:02 जय जय श्री वृन्दावन अगोचर नित विहार दरसेन
8:17 सलोनी पायो निकुंजन ऐन (सलोनी = lovely, निकुंजन=play area of Lord, ऐन=place)
हरिवंशचन्द्र अमृत बरसी (अमृत=nectar of immortality, बरसी = rains)
सकल जन्तु तापन हरणम (sucks out all problems of all beings) जय जय हरिवंश जगत मंगल पर श्री हरिवंश चरण शरणम जय जय हरिवंश चरण शरणम