Sunday, January 2, 2022

List of links to Vinod Agarwal ji various Bhajan lyrics

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 मेरो प्यारो नन्द लाल किशोरी राधे

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काम मेरा है चाहत करूँ दीद की

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कदी ऑन दिखावी मुख वे

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Thursday, November 11, 2021

श्री राधा रानी की ऐसी कृपा सुनकर प्रेमआंसू आ जायेगे -by Indresh Ji

श्री राधा रानी की ऐसी कृपा सुनकर प्रेमआंसू आ जायेगे -by Indresh Ji https://youtu.be/uefipLivWls  श्री राधा रानी की ऐसी कृपा सुनकर प्रेमआंसू आ जायेगे https://youtu.be/uefipLivWls  1 मथुरा में एक व्यक्ति रहते थे उनका नाम था जगन्नाथ दास, उनकी पत्नी का नाम था किशोरी जिससे वे बहुत प्रेम करते थे, इतना प्रेम था कि दिन रात उसी को देखने के लिए बहाने ढूंढते  रहते थे  https://youtu.be/uefipLivWls&t=0 2 एक दिन लौट कर के घर गए तो देखा उनकी पत्नी अचेत अवस्था में पृथ्वी पर गिरी पड़ी थी,वास्तव में उसकी मौत हो चुकी थी https://youtu.be/uefipLivWls&t=93 3 अनायास ही उनके मुख से हे किशोरी, हे किशोरी, हे किशोरी यह भाव मन में प्रकट होने लगा कि “हे किशोरी, तुम कहां हो” https://youtu.be/uefipLivWls&t=155  4 विचरण करते करते मथुरा के गलियों में, मथुरा के जंगलों में प्रवेश कर गए और और विचरण करते करते किशोरी जी (श्री राधा) की ऐसी कृपा हुई कि मथुरा से सीधे बरसाना आ गए, बरसाना आकर के हे किशोरी तुम कहां हो, हे किशोरी तुम कहां हो कहते जा रहे थे  https://youtu.be/uefipLivWls&t=171   5 बरसाना में जाकर के किसी कन्या को भी यदि आपने राधा नाम से पुकारा ना तो किशोरी जी आएंगीं, क्योंकि बरसाना में किशोरी यानी राधा (श्यामा) किसी साधारण कन्या का नाम है ही नहीं  https://youtu.be/uefipLivWls&t=196  6 उनकी विरह की, उनकी स्मृति, इतनी ज्यादा तीव्र थी कि एक क्षण भी किशोरी का नाम लिए बगैर रहते नहीं थे https://youtu.be/uefipLivWls&t=213  7 अपना श्रृंगार कर रही नित्य लीला में विराज रही श्री किशोरी जी (श्री राधा)का हाथ कांपने लगा, ललिता सखी को बुलाया, सुनो ललिता ये कौन है जो इतनी करुणा से मेरा नाम उच्चारण कर रहा है https://youtu.be/uefipLivWls&t=232 8 ललिता जी बोलीं, किशोरी जी वह आपको स्मृति में नहीं ला रहा है, वह आपका स्मरण नहीं कर रहा है,  उसकी पत्नी का नाम किशोरी था, वह अपनी मृत पत्नी का स्मरण कर रहा है  https://youtu.be/uefipLivWls&t=258 9 श्री किशोरी जी (श्री राधा) बोलीं कि लेकिन उसके भाव में इतनी करुणा है, इतनी इतनी सरसता है, इतना विरह (feeling of separation) है कि मैं किसी भी क्रिया को करने में असमर्थ हो गईं हूँ, जब तक उसको बुला नहीं लूंगी जब तक उसके सिर पर अपने दोनों वरदहस्त (blessing) रख नहीं दूंगी, जब तक उसको अपने दर्शन दे नहीं दूंगी, तब तक वह शांत नहीं होगा, कृपा करो उसको बुलाओ https://youtu.be/uefipLivWls&t=285  10 ललिता जी गई और उस जगन्नाथ दास के पास जाकर के उसका हाथ पकड़ा कर के लेकर गई निकुंज में, जैसे ही उसने प्रवेश किया निकुंज में जाते ही निकुंज का दर्शन करने लगा, अंदर प्रवेश करते ही सामने एक शिला पर बैठी हुई श्वेत वर्ण के वस्त्र पहनी हुई तप्त कांचन गौरंगी, कंचन जैसा जिनका अंग चमक रहा है, श्री चरणों को गोद में लेकर के श्याम सुंदर बैठे हैं, इस सुंदर छवि का जैसे ही उसने दर्शन किया उसके मुख से अनायास किशोरी भाव प्रकट हुआ, किशोरी श्याम सुंदर दोनों नें उसके पास गए जाकर उसके सिर पर अपना वरदहस्त रखा,अपनी पत्नी को भूल गया और किशोरी भाव से श्री किशोरी जी को ही पुकारने लगा सदा सदा के लिए, निरंतर के लिए, उनके श्री चरणों का दास बन कर के बरसाना में निवास करने लगा  https://youtu.be/uefipLivWls&t=334  11 किशोरी जी ने कृपा कर दी, कितनी बड़ी कृपालु है किशोरी जी, हमारे स्मरण भक्ति में इतनी शक्ति है कि यदि आप स्मरण के भाव से अपने किसी संसारी प्रेमी को पुकार रहे हो और उसका नाम यदि भगवान का नाम है, वो संसारी भले ही ना आवे क्योंकि हम संसार के लोग पत्थर हृदय वाले हैं, लेकिन उस स्मरण भाव से ठाकुर जी जरूर प्रकट हो जाएंगे, ठाकुर जी जरूर प्रसन्न हो जाएंगे https://youtu.be/uefipLivWls&t=325  Standby link (in case youtube link does not work): https://1drv.ms/v/s!AkyvEsDbWj1gndQOk_KggBZreKyaLA?e=8xwEWC