शराब पीने वालों के साथ नर्क में क्या होता है
*What happens in hell to those who drink alcohol*
https://youtu.be/LgCJwg90Wns
Important points:
1 मदिरापान को सबसे बड़े पापों की श्रेणी में रखा गया है https://youtu.be/LgCJwg90Wns&t=0 2 जहां भी मदिरा पहुंचती है वहां वो आदमी को शैतान बना देती है https://youtu.be/LgCJwg90Wns&t=86 3 जब मदिरा शरीर के अंदर प्रवेश करती हैं तो वो व्यक्ति के अंदर से विचार संस्कार विवेक और सद्भाव को बाहर का रास्ता दिखा देती है जिससे व्यक्ति की अच्छा सोने और समझना की शक्ति खत्म हो जाति है https://youtu.be/LgCJwg90Wns&t=161 4 शराब पहले आपके मस्तिष्क को प्रभावित करती है और आपकी सोने समझना की शक्ति प्रभावित हो जाति है https://youtu.be/LgCJwg90Wns&t=194 5 रावण ने अपनी बहन सूर्पनखा को ज्ञान दिया था की ऐसा इंसान जो मदिरापान करता है वो जीवन भर दुखी ही रहता है क्योंकि शराब के सेवन से व्यक्ति की लज्जा चली जाती है वो गलत कर्म करने पर भी कभी लज्जित महसूस नहीं करता https://youtu.be/LgCJwg90Wns&t=272 6 शराब पीने वाले इंसान पर भगवान कभी प्रसन्न नहीं होते और उन्हें जीवन में हमेशा परेशानियां का सामना करना पड़ता है https://youtu.be/LgCJwg90Wns&t=329 7 शराब पीने और पिलाने वाले इंसान को विलेपक नाम के नरक में यातनाएं दी जाति है नारद पुराण के अलावा गरुड़ पुराण में भी इस बात का उल्लेख मिलता है की जो मनुष्य शराब का सेवन करता है उन्हें अगले जन्म में कुत्ते की यानी में जन्म मिलता है https://youtu.be/LgCJwg90Wns&t=337 Vilephak Alcohol consumers are sent to Hell called Vilepak, which always burns with fierce fire. https://www.ganeshaspeaks.com/spirituality/hinduism/purana/garud-puran/ 8 मदिरापान करने वालों से मित्रता ना करें क्योंकि जैसी संगत वैसी ही रंगत होने में ज्यादा देर नहीं लगती https://youtu.be/LgCJwg90Wns&t=301 Transcript from video: 0:00 दोस्तों आंकड़े बताते हैं की आज धरती का हर एक दूसरा व्यक्ति ना सिर्फ मदिरा पिता है, बल्कि इसे पीने में 0:07 बड़ा ही गर्व महसूस करता है लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हैं की हिंदू धर्म में मदिरापान को सबसे बड़े 0:15 पापोन की श्रेणी में रखा गया है मदिरा पान को सबसे बड़े कुकर्मों और दुर्व्यास नमी जीना जाता है हिंदू 0:23 धर्म शास्त्रों में शराब को लेकर क्या लिखा गया है और शराबी व्यक्ति को नरक में क्या-क्या यात्राएं दी 0:30 जाति हैं आज के इस वीडियो में हम इसी पर बात करेंगे इसके साथ ही शराब पीने को लेकर इस्लाम धर्म सिख धर्म 0:39 इसी धर्म और जैन धर्म में क्या कहा गया है वह भी इस वीडियो में बताएंगे नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका 0:47 हमारे चैनल वैदिक ज्ञान संगम में आपसे अनुरोध है की चैनल को सब्सक्राइब कर लेने और कमेंट बॉक्स में जय 0:55 श्री नारायण लिखकर परमात्मा को अपना आभार व्यक्त करें हमारे हिंदू धर्म ग में आपको कई तरह के पाप 1:03 और उन्हें करने पर मिलने वाली सजन का वर्णन मिल जाएगा इसी तरह भागवत गीता में पांच तरह के महापाप 1:11 बताए गए हैं और दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी की इन पांचो महापापों में सबसे बड़ा पाप मदिरापान को 1:19 ही बताया गया है मदिरापान के अलावा भागवत गीता में ब्रह्मा हत्या चोरी गुरु स्त्री से संबंध और विश्वास 1:26 धात करने को भी महापाप की श्रेणी में रखा गया है दोस्तों जहां भी मदिरा पहुंचती है वहां वो आदमी 1:34 को शैतान बना देती है तभी तो शराब के नसे में चर व्यक्ति दूसरों से एन सिर्फ लड़ता झगड़ता है बल्कि 1:42 शर्मनाक शब्दों का भी इस्तेमाल करने से बस नहीं आता इसके अलावा हमारे वेदों में भी मदिरापान को 1:50 बहुत ही बड़ा बाधक माना गया है इसलिए वेद में शराब पीने वालों को शैतान की संज्ञा दी गई है 1:57 ऐसा शैतान जो दूसरों से लड़ता है और गलत व्यवहार करता है ऋग्वेद में शराब की घर निंदा करते हुए कहा 2:05 गया है रितु पिता स युद्ध आंसू एन सुरैया इसका अर्थ है सरापन करने वाले या नशीले पदार्थ को पीने वाले 2:15 अक्सर युद्ध मारपीट या उत्पाद मचाया करते हैं इसलिए ऋग्वेद में भी मदिरापान वर्जित बताया गया है लेकिन 2:24 ऋग्वेद में ही यह भी लिखा है की देवता सोमरस का पान करते हैं आजकल के अज्ञानी जान इसी सोमरस को मदिरापान 2:33 से जोड़कर देखते हैं जबकि सोमरस एक रासायनिक भीम से बनाया हुआ विशेष द्रव्य बताया गया है दरअसल दोस्तों 2:41 होता क्या है की जब मदिरा शरीर के अंदर प्रवेश करती हैं तो वो व्यक्ति के अंदर से विचार संस्कार विवेक 2:49 और सद्भाव को बाहर का रास्ता दिखा देती है जिससे व्यक्ति की अच्छा सोने और समझना की शक्ति खत्म 2:56 हो जाति है विज्ञान इस विषय पर कहता है की जब आप शराब पीते हैं तो आपको शराब भजम नहीं होती यह आपके 3:06 रक्त प्रवाह में तेजी से अवशोषित कर ली जाति है और बहुत जल्दी आपके शरीर के हर हिस्से में पहुंच जाती हैं 3:14 शराब पहले आपके मस्तिष्क को प्रभावित करती है और आपकी सोने समझना की शक्ति प्रभावित हो जाति है 3:21 दोस्तों पहले बार शुक्राचार्य ने शराब बंदी करवाई थी मद्यपान को लेकर हिंदू धर्म ग में एक कथा का उल्लेख 3:31 मिलता है जिसमें असुर गुरु शुक्राचार्य ने असुरों के लिए मदिरापान बैंड कर दिया था इस कथा के अनुसार अमृत 3:39 संजीवनी विद्या सीखने के लिए देव गुरु बृहस्पति के पुत्र कक्षा दैत्य गुरु शुक्र के पास गए यह 3:46 बात असुरों को बिल्कुल पसंद नहीं आई और उन्होंने कच्छ को करने का हर संभव प्रयास किया लेकिन कच्छ 3:53 का शुक्राचार्य के संरक्षण में होने के करण असुर कुछ नहीं कर का रहे थे एक दिन मदिरापान किया हुए 4:00 असुरगढ़ कच को भस्म कर धोखे से शुक्राचार्य को भी मदिरापान कर देते हैं मदिरा के प्रभाव से कुछ समय 4:08 तक शुक्राचार्य भी संजीवनी विद्या का प्रयोग करके जीवन दान नहीं दे का रहे थे थे तब उन्हें एहसास 4:15 हुआ की शराब व्यक्ति का शत्रु है और उन्होंने तत्काल असुरों के लिए शराब पीना बैंड करवा दिया लेकिन असुर 4:23 जाति शराब पीना कभी छोड़ नहीं पी धीरे-धीरे समाज के अन्य वर्ग में भी शराब को गलत माना दोस्तों एक बार 4:32 रावण ने अपनी बहन सूर्पनखा को ज्ञान दिया था की ऐसा इंसान जो मदिरापान करता है वो जीवन भर दुखी ही राहत 4:40 है क्योंकि शराब के सेवन से व्यक्ति की लज्जा चली जाती है वो गलत कर्म करने पर भी कभी लज्जित महसूस 4:47 नहीं करता इसके अलावा दोस्तों नारद पुराण में भी शराब पीने को गलत बताया गया है नारद पुराण के अनुसार 4:56 मदिरा के तीन प्रकार बताए गए हैं पहले है गौरी अर्थात गुड से बनाई गई शराब दूसरा है टेस्टी अर्थात 5:05 चावल आदि के आते से तैयार की गई शराब तीसरा है माधवी अर्थात फूल अंगूर आदि के रस से तैयार की गई शराब 5:14 स्त्री हो या पुरुष हर इंसान को इन सभी तरह के शराबी से दूर रहना चाहिए किसी भी तरह के शराब के 5:21 सेवन से इंसान महापाप का भाग बन जाता है इस पाप की सजा व्यक्ति को इस मृत्यु लोक में भोगनी ही पड़ती है 5:29 और मृत्यु के बाद नरक में भी भोगनी पड़ती है शराब पीने वाले इंसान पर भगवान कभी प्रसन्न नहीं होते 5:37 और उन्हें जीवन में हमेशा परेशानियां का सामना करना पड़ता है शराब पीने और पिलाने वाले इंसान को विलयपात 5:46 नाम के नरक में यातनाएं दी जाति है नारद पुराण के अलावा गरुड़ पुराण में भी इस बात का उल्लेख मिलता 5:53 है की जो मनुष्य शराब का सेवन करता है उन्हें अगले जन्म में कुत्ते की यानी में जन्म मिलता है गरुड़ 6:01 पुराण में आगे बताया गया है की मदिरापान करने वालों से मित्रता ना करें क्योंकि जैसी संगत वैसी ही रंगत 6:08 होने में ज्यादा देर नहीं लगती दोस्तों अब संक्षेप में आई जानते हैं अन्य धर्म में मदिरापान को लेकर 6:16! क्या कहा गया है दोस्तों इस्लाम में शराब हराम है इस्लाम के शुरू के दूर में शराब पीना आम था 6:24 जब मोहम्मद साहब मदीना आए तो मदीना के लोगों में भी शराब का रिवाज आम था लेकिन उन्होंने अल्लाह 6:31 के हम से लोगों को शराब पीने से रॉक लोगों ने इस हम का स्वागत किया और जिसके घर में जितनी भी शराब 6:39 थी सब ने सड़क पर भा दी जैन धर्म में शराब पीने को बहुत गलत कार्य माना गया है और कहा गया है की शराब 6:48 पीने वाला व्यक्ति चरका तक कष्ट भोक्ता है शराब एक उत्तेजक पदार्थ है जो मस्तिष्क में करूर भाग पैदा 6:56 करता है भगवान महावीर ने 7 व्यसनों की चर्चा करते हुए इन्हें त्याज्य बताया है ये साथ को व्यसन है 7:04 परिस्तरी गण जुआ खेलने शराब पीना पिलाना शिकार करना कठोर वचन कहना कठोर दंड और चोरी सिख धर्म में किसी 7:13 प्रकार के नसे को वर्जित माना गया है तथा उसके सेवन करने की सख्त माना ही है गुरु गोविंद सिंह 7:21 जी ने वैशाखी वाले दिन कर प्राण करवाएं थे जिसमें नशेका सेवन नहीं करना भी था सिख धर्म में शराब पीने 7:29 की सख्त माना ही है इसी धर्म में एक तरफ जहां बाइबिल डाक मदिरा के फायदे के बड़े में बताती है वहीं दूसरी 7:37 तरफ वह हादसे ज्यादा शराब पीने या पिया कड़ापन को गलत बताती हैं दोस्तों उम्मीद करता हूं की आपको समझ 7:45 आया होगा की शराब पीना कितना गलत है अगर ये बातें आपको समझ आई [संगीत] और ऐसे ही वीडियो को देखने के 7:58 लिए हमारे चैनल वैदिक ज्ञान संगम को सब्सक्राइब करें सर्वे शुभम भक्तों आई मिलते हैं अगली वीडियो में
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