Saturday, July 17, 2021

राधा-कृष्ण की भक्ति क्यों की जाती है? ये राधा कौन हैं? - Kripalu ji maharaj - Salient Points in Text

https://youtu.be/RJeGhSGn71Y

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राधा-कृष्ण की भक्ति क्यों की जाती है राधा कौन हैं Why we Bhakti of Radha Krishna Who is Radha.mp4

0.25 श्री कृष्ण की भक्ति करनी चाहिए मगर राधा कौन है

2.34 समुंद्र मंथन के समय 14 रतन प्रकट हुए थे उनमें से एक लक्ष्मी जी भी थी जो माला हाथ में लिए थी - किसी से ब्याह करने के लिए

5.44 केवल एक श्री कृष्ण थे जिनमें सारे गुण थे और लक्ष्मी जी को पसंद आए

7.20 श्री कृष्ण श्री राधा की भक्ति करते हैं और श्री राधा श्री कृष्ण की भक्ति करती हैं

9.48 रासलीला के समय जब गोपियों के मध्य से श्रीकृष्ण अंतर्ध्यान हुए थे तो अकेले नहीं हुए थे, श्री राधा को साथ लेकर अंतर्ध्यान हुए थे

11.05 वास्तव में राधा और कृष्ण दोनों एक ही हैं

12.07 लीला के लिए श्री कृष्ण एक ही दो बन गए, एक पुरुष बन गए एक स्त्री बन गए, भगवान का आधा रूप श्री कृष्ण और आधा रूप श्री राधे हैं

13.34 जैसे दूध और दूध में सफेदी, जैसे आग और अग्नि, जैसे कस्तूरी और सुगंध दो नहीं है, एक ही हैं

14.48 श्री राधा श्री कृष्ण की आत्मा है इसलिए श्रीकृष्ण श्री राधा की भक्ति करते हैं

15.22 श्रीकृष्ण और श्रीराधा एक ही के दो रूप हैं, हालांकि रसिक लोग राधा कृष्ण को अलग अलग मानकर रस का पान लेते हैं

Friday, July 16, 2021

जो यह नहीं जान पाया वो घोर मूर्ख है - Kripalu ji maharaj - Salient Points in Text


जो यह नहीं जान पाया वो घोर मूर्ख है - Kripalu ji maharaj - Salient Points in Text

https://youtu.be/J0zOmLcdXQE


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जो ये नहीं जान पाया वो घोर मूर्ख है.mp4


0.25 संसार का प्रेम प्रेम नहीं कहलाता क्योंकि उसका अंत दुख है, अशांति है

1.16 पैसे की वजह से ही सारे झगड़े हैं, क्योंकि आप इंद्रियों का सुख चाहते हैं जो पैसे से मिलता है

3.12 किसी करोड़पति से पूछ लो क्या तुम सुखी हो शांत हो कोई और कामना नहीं बची

3.58 ऐसे मूर्ख हैं हम लोग कि केवल भागना जानते हैं मिलेगा क्या अंत में इसकी परवाह नहीं है

4.16 अर्थ (धन) कमाने में जो साधन किया तो कष्ट मिला, अर्थ (धन) बचाने के लिए कामना को मारा

4.30 पूर्व जन्म का दान ही इस जन्म में धन दिलाता है

5.05 धन कमा लिया तो सौ दुश्मन पैदा हो गए

5.45  यदि धन समाप्त हो गया तो फिर कष्ट फिर दुख, और यही हाल स्वर्ग में भी है जो हमारे मृत्यु लोक में है

6.13 जिन रिश्तेदारों को हमने अपना बनाया था यह सोच कर कि सुख देंगे वही दुख देने लगे

6 45 जहां आपने संसार की कामना पैदा की तो दुख को आमंत्रण दिया, इसी कामना के चक्कर में 8400000 योनियों में हम घूमते आ रहे हैं और हमें अपनी मूर्खता अभी तक समझ में नहीं आई, अपने को हम बुद्धिमान समझते हैं, समझ में आ जाता तो संसार की तरफ भागने की बजाए भगवान की तरफ भागते

7 40 और कामना ने जन्म क्यों लिया क्योंकि हम आनंद चाहते हैं, यह हमारी nature है 

8.05 और nature बनाई नहीं जाती सदा ही रहती है nature habit नहीं होती

8.25 और सब की nature यही है कि आनंद मिले चींटी से लेकर ब्रह्मा तक

8.40 आनंद की कामना को कोई नहीं मिटा सकता, क्योंकि यह हमारी nature है क्योंकि सारी कामनाएं आनंद के लिए ही तो हैं, चींटी से लेकर ब्रह्मा तक कोई भी पशु हो कोई भी पक्षी हो

10.32  चाहे पूरा संसार भी आपको मिल जाए तब भी आनंद प्राप्ति नहीं हो सकती यह तो आग में घी डालना जैसा है

11.03 यदि कामना की पूर्ति हो गई तो लोभ पैदा होगा और यदि पूर्ति नहीं हुई तो क्रोध पैदा होगा, आप दोनों ओर से पिस जाते हैं

11.46 यदि किसी सौभाग्य से, भगवान की कृपा, गुरु की कृपा, सत्संग से, यह बात बुद्धि ग्रहण कर ले कि संसार में दुख है और केवल भगवान के में ही सुख है तो वैराग्य हो जाए

12.08 चित्रकेतु के एक करोड़ पत्नियां

12.35 भगवान की तरफ प्रयास करो तो बढ़िया है संसार की लिये परिश्रम करो तो निरर्थक है व्यर्थ है, दिन-रात पानी को मथो, तो भी घी नहीं निकलेगा

12.57 ऐसा नहीं है कि हमें अनुभव नहीं हुआ संसार का कि जब तक स्वार्थ पूर्ति हुई तब तक प्रेम मिला अथवा नहीं

14.23 जब तक अकेला था तो अपना ही दुख ,था शादी के बाद पत्नी का दुख भी मिला, पत्नी को पति का दुख मिला, बच्चा बीमार हुआ डॉक्टर के पास दोनों भाग रहे हैं

15.40 अपनी सब कामनाओं को भगवान की तरफ मोड़ देना है बस और कुछ नहीं करना

16.20 शादी के बाद लड़की अपना attitude कैसे change कर लेती है, अपने सारा प्रेम मायके से ससुराल की तरफ घुमा देती है

17.14 जो शेष प्रेम लड़की का मायके के लिए है वह इसलिए कि पति ने कभी धोखा दिया तो मां-बाप की शरण में जाना पड़ सकता है स्वार्थ पूर्ति के लिए

17.38 संसारी प्रेम को प्रेम कहना पागलपन है भगवान से प्रेम करना वास्तव में प्रेम है

17.55 संसार में सब झगड़ा क्यों हैं क्योंकि सब लेना ही चाहते हैं देना कोई नहीं चाहता

19.15 स्वार्थ पूर्ति के लिए ही बना है संसार यह जो नहीं जान पाया वह घोर मूर्ख है

19.32 मम्मी ने नन्हें से बच्चे की बात मान ली तो बच्चा मां  से चिपट गया और यदि नहीं मानी तो बच्चा मां को मारने लगा, और ज्यों ज्यों बड़े हुए तो और 420 सीख ली और ठग रहे हैं एक दूसरे को, मीठी बातें करके 

20.02 मैं तुम्हारे बिना जीवित नहीं रह सकती - लड़का लड़की एक दूसरे को बेवकूफ बनाते हैं, कुछ झगड़ा हुआ और 4 दिन के बाद तलाक हो गया अरे साथ जिएंगे साथ मरेंगे तो यह philosophy कहां गई

Thursday, July 15, 2021

ये तो प्रेम की बात है उधव, बंदगी (surrender) तेरे बस की नहीं है #blog0092


ये तो प्रेम की बात हैं उधव, बंदगी (surrender) तेरे बस की नहीं है

https://youtu.be/g2YBQLGQrBU


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ये तो प्रेम की बात है उधव, बंदगी (surrender) तेरे बस की नहीं है 


0 ये तो प्रेम की बात हैं उधव, बंदगी (surrender) तेरे बस की नहीं है

Gopis are telling उधव (the closest friend of Krishna) that it is pure love between them & Lord - pure love implies that one always seeks to please the Lord & there is no trace of selfish interest or seeking pleasure for ownself

 

1.01 यहां सर दे के होते हैं सौदे

आशिकी इतनी सस्ती नहीं है

One has to surrender oneself totally to Lord, loving devotion to Lord does not come cheap

https://youtu.be/g2YBQLGQrBU?t=61

 

 

2.36 प्रेम वालों ने कब वक्त पूछा,
उनकी पूजा में सुन ले ए उधव

3.02 यहां दमदम (with each breath) में होती है पूजा

सिर झुकाने की फुर्सत नहीं है

https://youtu.be/g2YBQLGQrBU?t=182

 

 

4.51 जो असल में हैं मस्ती में डूबे,
उन्हें क्या परवाह ज़िन्दगी की

5.16 जो उतरती है चढ़ती है मस्ती

वह हकीकत (in reality) में मस्ती नहीं है

https://youtu.be/g2YBQLGQrBU?t=316

 

6.45 जिसकी नजरो में है श्याम प्यारे,
वो तो रहते हैं जग से न्यारे (separate / away)

7.09 जिनकी नज़रों में मोहन समाए 

वो नजर फिर तरसती नहीं है

https://youtu.be/g2YBQLGQrBU?t=429


Other similar bhajans:

https://youtu.be/1AwzQcolHOE?t=24 < click to listen

https://youtu.be/at4NB_V2VP0?t=62 < click to listen

https://youtu.be/GZ2pOCL3LDk?t=4 < click to listen

https://youtu.be/7t2F5yMeGBo?t=22 < click to listen

https://youtu.be/UiN8Xru35v0?t=21 < click to listen










Wednesday, July 14, 2021

एक बात और कृपालु की याद कर लो - Kripalu Maharaj ji pravachan



एक बात और कृपालु की याद कर लो

https://youtu.be/YCM96U46dTs

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एक बात और कृपालु की याद कर लो.mp4



0 (video time) जो गीता में लिखा है उसको मानो, उसको करो, शरणागत हो जाओ श्री कृष्णा के, आप दंडवत प्रणाम तो करते हो मगर शरीर से केवल मन से नहीं

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=0


0 42 भगवान से प्रेम करने के लिए ना देश का नियम है, ना काल का नियम है  

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=42


1 23 भगवान को स्मरण तो सदा करना है मगर कुछ मांगना नहीं संसार का नहीं तो रही सही भक्ति भी गई

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=83


2 24 यदि कुछ प्रभुता (गुण /good quality) आ गई यानी धन आ गया, बुद्धि आ गई, बल आ गया, तो मद (pride) होगा फिर भगवान से दूर हो जाएंगे -  जो भगवान की कृपा हो, पूर्व जन्म की साधना हो, ऐसे तो बिरले ही होते हैं जिनका  भगवान में मन लगता है

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=144


2 39 भगवान से उनका दर्शन मांगो, प्रेम मांगो, सेवा मांगो, मगर संसार का कुछ नहीं मांगो, संसार से मुक्ति भी नहीं मांगना

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=159


2 58 ये जो वैश्यावृत्ति है हमारे में उसको छोड़ो, केवल अनन्य भक्ति करनी है - सभी देवी देवताओं की नहीं, केवल भगवान में और उनके महापुरुष में प्रेम हो, मोक्ष भी नहीं मांगना

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=178


3.40 हरि और उनके गुरु से ही केवल प्यार हो, इनसे मन शुद्ध होता है, आपका काम अपने मन को शुद्ध करना उसके बाद गुरु या संत करेंगे आपके मन, इंद्रीयों और बुद्धि को दिव्य करेंगे

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=220


4.58 जब आपका मन, इंद्रीयां और बुद्धि  दिव्य बन जाएंगी तो भगवान के प्रत्यक्ष दर्शन होंगे, और सदा आनंद ही आनंद

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=298


7 04  ज्ञान की आवश्यकता नहीं है केवल इतना ज्ञान काफी है कि भगवान किसी साधना से नहीं मिलते, किसी बल से नहीं मिलते निर्बल होकर रो के पुकारो

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=424


7 29  जैसे पैदा हुए थे वैसे ही बन जाओ

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=449


7 56  यह जितना गोबर गणेश (नासमझ -on who does not understand) कमाया है  छल कपट, संसार के लिए काफी है मगर भगवान की तरफ इसे मत ले जाओ

https://youtu.be/YCM96U46dTs&t=476

Tuesday, July 13, 2021

Vrindavan-पूरी गारंटी-40 दिन में होंगे ठाकुर जी के दर्शन puri garanti 40 din me Thakur ji ke darshan #blog0091

 Vrindavan-पूरी गारंटी-40 दिन में होंगे ठाकुर जी के दर्शन puri garanti 40 din me Thakur ji ke darshan

https://www.youtube.com/watch?v=EV8HqHeB5ME

Following are the salient points (along with video time points)

1.54 माला जाप करने का फल अनंत गुना बढ़ जाता है यदि यमुना जी के निकट या सामने बैठ कर  किया जाए
https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=114



3.29 गिरिराज की परिक्रमा करें, ज्यादा से ज्यादा माला जप करें, यमुना के दर्शन करें और मन में कपट छल छिद्र यानि फिर दूसरों के प्रति दुर्भावना न रखें
https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=209


5 21 ठाकुर जी पहले दुख, दरिद्रता, गरीबी देते हैं

https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=321



6.09 ठाकुरजी अपने भक्तों का अपमान कभी नहीं सहन कर सकते
https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=369


7 55 गिरिराज की परिक्रमा लगाना, यमुना के दर्शन करना, और संत सेवा करना

https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=475



8 19 यह सब नियम यदि आप follow करते हो तो 40 दिन के अंदर गारंटी है ठाकुर जी मिलेंगे

https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=499



9 25 रात को 2:00 या 3:00 बजे शुरू कर दिए परिक्रमा करना गिरिराज की तो आपको बहुत सारे संत मिल जाएंगे रास्ते में

https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=565



9 52 और अहंकार नहीं हो सारा श्रेय भगवान को जाता है कि भगवान ही आपके द्वारा यह सब कार्य करा रहे हैं

https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=592



10 04 मान की इच्छा मत रखो मान के पीछे अपमान है सुख की इच्छा मत रखो क्योंकि सुख के पीछे दुख है

https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=604



12 33 जो एक बार वृंदावन में रह चुका हो उसको चस्का लग जाए तो फिर वृंदावन के बिना रह नहीं सकता

https://youtu.be/EV8HqHeB5ME?t=753


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Vrindavan-पूरी गारंटी-40 दिन में होंगे ठाकुर जी के दर्शन puri garanti 40 din me Thakur ji ke darshan.mp4