Jagadguru Shri Kripalu Ji Maharaj Pravachan Part 3
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Jagadguru Shri Kripalu Ji Maharaj Pravachan Part 3.mp4
0.30 Krishna says to Arjuna: "Abandon all varieties of religion and just surrender unto Me. I shall deliver you from all sinful reactions. Do not fear."
Gita Shloka 18.66 https://vedabase.io/en/library/bg/18/66/
0.50 जो मेरी शरण में आ गया उसके लिए सब कानून खत्म
3.40 बिना रामकृपा के, माया नहीं जाएगी
5.0 जब रोग का पता चलेगा, तभी तो इलाज करेंगे
5.20 तुलसीदास जी कहते हैं कि दवाइयां तो बहुत हैं साधन करने की जैसे तप, जप, नियम, उपवास, कर्म योग, ज्ञान इत्यादि मगर केवल इन दवाइयों से इस भाव सागर से पार जाना संभव नहीं है और हरि नहीं मिलेंगे -केवल भक्ति मार्ग से ही हरि मिल सकते हैं
7.05 सद्गुरु चरणों में अनंत बार मिले, हमने सिर भी हिलाया उनके सामने कि हां समझ में आया, पर फिर वही बात आपने की कि "सुनो सबकी, करो अपने मन की", वही करते रहे जो मन ने कहा - इसलिए कभी मृत्यु चक्र से निकल ही नहीं पाए, गुरु के शब्दों पर विश्वास नहीं है
9.25 अगर एक महापुरुष या संत या गुरु आपके जीवन में आ जाए और हमें उनके शब्दों पर विश्वास हो, तो भगवत प्राप्ति दूर नहीं है, इसमें कोई संशय नहीं है
9.55 जो वास्तविक कृष्ण भक्ति करता है, कहते हैं उसे "आंख मूंदकर दौड़ना चाहिए" वह तब भी कहीं गिरेगा नहीं, फिसलेगा नहीं, क्यों नहीं गिरोगे क्योंकि वे रक्षा करते हैं, पीछे पीछे चलते हैं
10.35 भगवान स्वयं कहते हैं "मेरे भक्त का पतन नहीं होता"
11.20 वेद कहता है बस भगवान को रो कर पुकारो, कुछ मत कहो, कुछ मत सुनो, बिना किसी कामना के बस एक उनके दर्शन और प्रेम की कामना, इससे आपका अंतःकरण शुद्ध हो जाएगा और भगवान की कृपा आप पर बरस पड़ेगी