How much time we devote to fulfilment of our life's purpose? मानव उद्देश्य को पूरा करने के लिए हम कितना समय दे रहे हैं?
https://www.youtube.com/watch?v=ciqzNPdtJV8
*अज्ञानता वश हम सुख किसे मानते हैं, दुख की कमी को, आध्यात्मिक आनंद की बात तो छोड़िये, आपने भौतिक सुख भी कभी महसूस नहीं किया, एक problem solve हुई तो 99 problems सामने और खड़ी हैं* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=44 *दुख की कमी को सुख मत मानिये, बच्चे मत बनिए, बच्चों के पास 1000 का नोट हो और आप को वापस लेना हो तो आप बच्चे को चिल्लर (coins) दे देंगे और 1000 का नोट ले लेंगे, केवल चिल्लर से प्रसन्न मत होईये, आप आध्यात्मिक आनंद की खोज करना भूल बैठे हैं* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=144 *आप आनंद है और इसी को जानना ज्ञान का कार्य है* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=187 *केवल सुविधा (convenience, comfort, luxury ) बढ़ने से सुख नहीं बड़ता* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=198 *सुविधा सुख इसलिए नहीं दे रही क्योंकि सुविधा मन और शरीर से जुड़ी हुई है मगर सुख आत्मा से जुड़ा है, शरीर के लिए आपको कोटि जतन (crores of efforts ) कर लो, संतुष्टि नहीं मिलेगी, मगर आत्मा तुरंत संतुष्ट हो सकती है* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=265 *ये विचार धारा मेरी नहीं हैं, गीता की है* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=318 *सुविधा होना खराब नहीं है मगर केवल सुविधा के लिए ही काम करना सबसे बड़ी मूर्खता है, इससे बड़ी मूर्खता कोई और है ही नहीं* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=339 *हम सभी केवल आनंद चाहते हैं, और ये ज्ञान से प्राप्त होता है, जीवन (soul) का ज्ञान, शरीर के ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=354 *इस आनंद की प्राप्ति को दूसरे दृष्टिकोण से देखते हैं, ये घड़ी (watch) जो बनी (i) किसी व्यक्ति ने बनाई (ii) वो व्यक्ति समझदार था (iii) उस व्यक्ति का कोई लक्ष्य/उद्देश्य (aim) था* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=399 *उदाहरण के लिए mobile, अज्ञानी कौन होगा, जिसे mobile का लक्ष्य नहीं मालूम कि mobile किस लिए बना है, और इस मामले में अज्ञानी व्यक्ति दुखी ही होगा क्योंकि उसे mobile इस्तेमाल करना नहीं आता* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=522 *जैसे किसी बच्चे के हाथ में आपने mobile दे दिया, तो वो क्या करेगा, mobile से बात करने के अलावा सब कुछ करेगा* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=576 *अज्ञानी होना यानि मूर्ख होना कोई श्रेष्ठ बात नहीं है, simple व्यक्ति होना और मूर्ख व्यक्ति होना, दोनों में फर्क है* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=607 *अब मैं आपसे प्रश्न करता हूँ कि सृष्टि, ये शरीर, 8400000 योनियां किसने बनाई हैं, और क्यों बनाई है ये कोई उससे बेहतर नहीं बता सकता, जिसने ये रचना की है* https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=642 *आप क्या समझते हैं कि जीवन का उद्देश्य क्या है, सब अपना अपना अलग अलग उद्देश्य मान के बैठे हैं, सबको धन, सोंदर्य, शक्ति, यश चाहिए, क्यों चाहिए, आनंद के लिए, पर क्या आनंद ऐसे मिलेगा – नहीं (भगवान की भक्ति यानी भगवान से प्रेम किया जाए*) https://youtu.be/ciqzNPdtJV8?t=689
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मानव उद्देश्य को पूरा करने के लिए हम कितना समय दे रहे हैं -DSC#010.mp4