Vinod Agarwal Bhajan lyrics
aaja re, aaja re, aaja re Mohana
आजा रे,आजा रे,आजा रे मोहना
मैं हूँ वियोगिन, मैं बैरागन , मैं इस पार दूर है साजन
काली बादली प्यासा सावन
न सन्देश, न कोई पाती, पंख जो होते उड़ मैं आती
जी की जलन व्यथा मिट जाती
क्या कहते हो, कहीं और पे जा
जाकर के हाल सुनाऊँ , जो रोग लगाया है तुमने, किसी और के जाके दिखाऊं
जो झुकाया आपके आगे सर, कहीं और पे जाके झुकायूँ
कैसे हो सकता है प्यारे, इस दिल से तुम्हें भुलायूं
आजा रे,आजा रे,आजा रे मोहना