Tuesday, September 8, 2020

सिर्फ एक बार मुलाकात का मौका दे दे, Vinod Agarwal Bhajan lyrics, sirf ek bar mulakat ka mauka de de




सिर्फ एक बार मुलाकात का मौका दे दे 

sirf ek bar mulakat ka mauka de de


सिर्फ एक बार मुलाकात का मौका दे दे

हम तेरे दर पे आयें हैं दीवानों की तरह

GIVE ME ONLY ONE CHANCE TO MEET YOU, I HAVE COME TO YOUR PLACE MADLY IN LOVE WITH YOU


मेरी मंज़िल है कहाँ, मेरा ठिकाना है कहाँ

छोड़ कर तुमको ऐ प्यारे, मुझको जाना है कहाँ

आज की रात मुलाकात दे दे

OTHER THAN YOU THERE IS NO DESTINATION FOR ME, THERE IS NO RESTING PLACE FOR ME, WHERE ELSE DO I GO, GIVE ME ONLY ONE NIGHT TO FACE YOU


अपनी आँखों में छुपा रखें हैं आंसूं मैंने

अपनी पलको पे सजा रखें हैं जुगनूं मैंने

मेरी आँखों को भी बरसात का मौका दे दे

THERE ARE TEARS WELLED UP IN MY EYES, MY EYES ARE NOT READY TO SLEEP, GIVE MY EYES AT LEAST ONE CHANCE TO RAIN TEARS

 

छोड़ना ही था तो इकरार किया ही क्यों था

बेदर्दी तूने मुझे प्यार किया किया ही क्यों था

सिर्फ दो चार सवालात का मौका दे दे

IF YOU WERE TO LEAVE ME FOREVER WHY DID YOU PROMISE THAT YOU WOULD MEET ME ONE DAY AND WHY DID YOU LOVE ME, O STONE HEARTED, GIVE ME AT LEAST ONE CHANCE TO ASK YOU A FEW IMPORTANT QUESTIONS 

 

आज की रात मेरा दर्दे मोहब्बत सुन ले

कम्पकपाते हुए होठों की शिकायत सुन ले

आज इज़हारे ख्यालात का मौका दे दे

हम तेरे दर पे आयें हैं दीवानों की तरह   

LISTEN TO MY ANGUISH AT LEAST TONIGHT, FROM MY SHIVERING & GRIEVING LIPS, GIVE ME A CHANCE TO EXPRESS ALL MY FEELINGS WITH OPEN HEART, I HAVE COME TO YOUR PLACE MADLY IN LOVE WITH YOU


Vinod Agarwal Bhajan lyrics

https://www.youtube.com/watch?v=hKmBLwEjXd4

#blogva007

Monday, September 7, 2020

सांवरियां ले चल परली पार, Vinod Agarwal Bhajan lyrics, Sanwariya le chal parli par




सांवरियां ले चल परली पार,  Sanwariya le chal parli par


सांवरियां ले चल परली पार  

कन्हैय्या ले चल परली पार  

जहाँ विराजे राधा रानी, अलबेली सरकार           


गुण अवगुण सब तुझको अर्पण

पाप पुण्य सब तुझको अर्पण

बुद्धि सहित मन तेरे अर्पण  

यह जीवन भी तेरे अर्पण

मैं तेरे चरणों की दासी,  मेरे प्राण आधार  

सांवरियां ले चल परली पार  


तेरी आस लगा बैठी हूँ  

लज्जा शील गवां बैठी हूँ  

आंखें खूब पका बैठी हूँ 

अपना आप लुटा बैठी हूँ

सांवरियां में तेरी रागनी, तू मेरा मल्हार  

सांवरियां ले चल परली पार  


जग की कुछ परवाह नहीं है 

तेरे बिना कोई चाह नहीं है 

कोई सूझती राह नहीं है  

तेरे मिलन की आस यही है

मेरे प्रीतम मेरे माझी, कर दो बेडा पार  

सांवरियां ले चल परली पार  


जहाँ विराजे राधा रानी, सब रसिको की सरदार  

आनंद घन यहाँ बरस रहा है

पत्ता पत्ता हर्ष रहा है  

हरि बेचारा तरस रहा है  

पीपी कह कोई बरस रहा है 

बहुत हुई अब हार गयी मैं, मेरे प्राण आधार 

नैय्या ले चल परली पार  

सांवरियां ले चल परली पार  

कन्हैय्या ले चल परली पार  

जहाँ विराजे राधा रानी, अलबेली सरकार 


Shri Baldev Sehgal ji

https://www.youtube.com/watch?v=bIjOGeRgIfw

vinod Agarwal ji

#blogva030 

Sunday, September 6, 2020

हे गोविन्द मिलती मैं तुझको, पर तेरा पता मालूम नहीं Vinod Agarwal Bhajan lyrics, he Govind milti main tujhko par tera pata maloom nahin

 




हे गोविन्द मिलती मैं तुझको, पर तेरा पता मालूम नहीं 

he Govind milti main tujhko par tera pata maloom nahin 

 


हे गोविन्द मिलती मैं तुझको, पर तेरा पता मालूम नहीं 

कुछ कहती अपनी और सुनती, पर तेरा पता मालूम नहीं 

 

बेचैन है रोते रहते हैं,आँखों में फिर भी अश्क़ नहीं 

हैं शिकवे और गिले कितने, होंठों पर आते लफ़्ज़ नहीं  

तेरे सामने बैठ के मैं रोती, पर तेरा पता मालूम नहीं 

हे गोविन्द मिलती मैं तुझसे, पर तेरा पता मालूम नहीं 

 

सब सगे सम्बन्धी हैं यूँ तो ,पर इनमें कोई रस ही नहीं 

हसरत तेरे दीदार की है ,पर इनमें कोई रस ही नहीं 

 

कई जतन हरी कर देख लिए ,आशा की कली नहीं खिलती 

अँधियारा ही अँधियारा है, दिल में कोई ज्योति नहीं जलती 

जग छोड़ शरण तेरी आ जाती, पर तेरा पता मालूम नहीं


Vinod Agarwal Bhajan lyrics

https://www.youtube.com/watch?v=hb0z1NhYvuo

#blogva008 

Saturday, September 5, 2020

आप क्या जानो ऐ श्याम सुंदर, Vinod Agarwal Bhajan lyrics, aap kya jano ae Shyam Sunder




आप क्या जानो ऐ श्याम सुंदर 

aap kya jano ae Shyam Sunder

 

आप क्या जानो ऐ श्याम सूंदर, कैसे तुम बिन जिए जा रहें हैं 

तेरे मिलने की उम्मीद ले कर, ग़म के आंसू पिए  जा रहें हैं 

 

ये जुदाई सहेंगे श्याम कब तक, बिन दर्शन रहेंगे श्याम कब तक, 

दुनिया से हो गए हो बेगाने , तेरा नाम लिए जा रहें हैं 

 

श्याम सुन्दर  कहाँ खो गए हो गए हो , इतने बेदर्द क्यों हो गए हो 

आप की बेवफाई के सदके, लोग ताने दिए जा रहें हैं 

 

याद आती है आती रहेगी , याद तेरी सताती रहेगी , 

जितना जी चाहे तड़पा लो हमको, तेरी पूजा किये जा रहें हैं 

 

(मेरे होश और हवास पे छा गए हो तुम, इस कदर मुझे अपना बना गए हो तुम ,मैं तुम्हारे सिवा कुछ सोच नहीं पाती ,इस कदर मेरे दिल में समा गए हो तुम 

गुलाबों की महक भी फीकी सी लगती है , ये कौन सी खुशबू मुझमें बसा गए हो तुम, और ज़िन्दगी क्या है तेरी चाहत के सिवा 

ये कैसा ख्वाब मेरी आँखों को दिखा गए हो तुम ,मेरे होंठों पे रहता है तुम्हारा ही ज़िक्र, जब से मुझे सीने से लगा गए हो तुम)

 

किन गुनाहों की हैं ये सजाएँ, श्याम सुन्दर हमें कुछ बताएं , टुकड़े टुकड़े किया दिल है मेरा, फिर भी प्यार तुमसे किये जा रहें हैं 

 

आप क्या जानो ऐ श्याम सूंदर, कैसे तुम बिन जिए जा रहें हैं 

तेरे मिलने की उम्मीद ले कर, ग़म के आंसू पिए जा रहें हैं


Vinod Agarwal Bhajan lyrics

https://www.youtube.com/watch?v=4Gz-7cOhXSQ

#blogva009 

Friday, September 4, 2020

मेरा आप की कृपा से, सब काम हो रहा है Vinod Agarwal Bhajan lyrics, mere apki daya se sab kam ho raha hai




मेरा आप की कृपा से, सब काम हो रहा है 

करते हो तुम कन्हैया, मेरा नाम हो रहा है 

पतवार के बिना ही, मेरी नाव चल रही है

हैरान है ज़माना, मंजिल भी मिल रही है  

करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है


(पहले दया से, फिर कृपा से... क्या अंतर है? विनोदजी ने समझाया की दया होती है और कृपा की जाती है. उधाहरण के रूप में विनोदजी कहते है की 

दया AK-47 rifle की तरह है, सब तरफ बरस रही, जिसको लगी लगी. लेकिन कृपा तो Revolver की तरह निशाना लगा कर की जाती है)


तुम साथ हो जो मेरे, किस चीज़ की कमी है 

किसी और चीज़ की अब दरकार ही नहीं है  

मैं तो नहीं हूँ काबिल, तेरा प्यार कैसे पाऊँ

टूटी हुई वाणी से, गुणगान कैसे गाऊं

करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है



(विनोद जी कहते ही की उसके साथ का मतलब क्या है? वोह कोई बांसुरी बजता हुआ, पीताम्बर लहराता हुआ सामने थोड़े ही आ जायेगा. यह तो आग्रह है, यह ही हमारे मिलन में बाधक बन जाता है. इस आग्रह को भक्ति में दुराग्रह भी कह देते है. उसको आना किसी और रूप से था लेकिन जब हमने अपना आग्रह रख दिया, तो वो कहता है की जब मौका लगेगा तभी आऊँगा

अवतार वाद से पूरी बात नहीं बनती. 

अवतार में भगवन भक्तो को जीवन जीने का तरीका बताते है. 

अगर उनको अपने अवतार में इतना कुछ सहना पड़ा तो हमारी औकात ही क्या. 

क्या वो अपने संकल्प मात्रा से हे सब संकट और बाधाएं दूर नहीं कर सकते है. 

लेकिन उन्होंने समझाया है

अगर हम परेशानी में हो, और किसी बात से हमारा काम बन जाए तो समझना की वो इश्वर की कृपा ही थी. 

ऐसे अवसर पर हम अपने पुरुषार्थ को, दूसरे के एहसान को ही मान लेते है. लेकिन अगर हम इश्वर की कृपा को मान लें, तो वोह अनुभव द्रढ़ हो जाएगा और हमें आगे लेता जाएगा


Vinod Agarwal Bhajan lyrics

https://www.youtube.com/watch?v=Ezhdk82sR1Y

#blogva010