Sunday, October 3, 2021

Ravinandan Shastri ji Bhajan Sandhya Panipat 16-4-2010 Part 3

 

Ravinandan Shastri ji Bhajan Sandhya Panipat 16-4-2010 Part 3

 

https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA

निर्मल मन जन सो मोहे पावा लेकिन कलयुग में किसका होगा निर्मल मन, हो ही नहीं सकता अथवा बहुत ही कठिन है, तो ऐसे में क्या उपाय है सुनिए God says I am obtainable easily by a mind which is pure, but who will have a pure mind in Kalyug, it is not possible or it is very difficult, so listen what is the solution in such a situation https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=0 You can also read the TRANSCRIPT (text version) of the same by clicking "..more" & "Show transcript". But the following Blog link has done several notable corrections in the above Transcript provided in the video & hence the following link is easier to read in text flow https://krishnabff.blogspot.com/2021/10/ravinandan-shastri-ji-bhajan-sandhya.html 3.56 यह मत समझना कि हम गृहस्थीं हैं कैसे भजन करें, अरे भाई भजन करेंगे (शुरू में चाहे जबरदस्ती करना पड़े) तो कामनाएं मिट जाएगी, तभी भजन में भी मन लगेगा https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=236 4.27 नाम रस मीठो रे, जब यह संत बुद्धि बन गई तो बेड़ा पार, मगर कब नाम मीठा लगेगा जब भक्तों के संग बैठोगे https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=267 5.04 यदि भजन आरंभ नहीं किया, चाहे जबरदस्ती, तो 100 जन्म भी लगे रहोगे भजन में, मन नहीं लग सकता क्योंकि संसार के विषय, विकार, कामनाएं मन से हटेंगे नहीं, केवल भजन से ही हटेगीं https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=304 7.06 हमें बाहर के दृश्य लुभावने क्यों लगाते हैं https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=426 8.37 धर्म अर्थ का मोक्ष निर्माण निर्वाण नहीं चाहिए https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=517 10.40 मैं तुम्हें देखे बिना उदास ही रहूं ,कोई दुनिया का नजारा मुझे प्रसन्न नहीं कर पाए, यह मांगिए, भगवान से https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=640 28.22 मेरा कान्हा भी तुझसे ही मशहूर है बदकिस्मत है वह जो तुझसे दूर है https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=1702 31.19 तेरी मस्ती का यही खजाना मिले, मैं जहां भी रहूं बरसाना मिले https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=1879 39:51 और श्यामा जी, जो जो मैंने गुनाह किए, उन गुनाहों की सजा तेरे चरणों में रहना सजा है मेरी     https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=2391 45:00 श्री मुकुंद हरि जी महाराज का एक किस्सा जब श्री ठाकुर जी ने स्वयं उनका हाथ पकड़कर भजन लिखवाया https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=2700 & भजन : https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=2856 55.17 जब जब सखी उदास होती, वो (कृष्ण) हमेशा मुस्कुराते हुए आए हाथ में बंसी, कुंडल कपोलन  (गाल,cheeks) पर झलक रहे हैं, जब उनकी गाल पर उनके कुंडल गिरते हैं, घुँघराली लट गिरती है और वो तिरछे से हाथ से, जब उसको पीछे की ओर करते हैं तो सखी के लिए यही अदा एक जीवन का धन बन जाती है https://www.youtube.com/watch?v=Rx9T_WebFwA&t=3317

          

 

Transcript

0:01

निर्मल मंजन सोम ही पावा मोहे कपट चल भाव

0:11

केवल [संगीत] निर्मल मैन वाले मुझे प्राप्त कर सकते हैं

0:16

चल कपट क्षेत्र वाले ने ये भगवान राम ने कहा था

0:22

श्याम सुंदर कहते हैं सरकार क्या निर्मल मैन होना अच्छी बात नहीं चल

0:28

कपट छिद्र से रहित होना अच्छी बात नहीं बोले बहुत अच्छी बात है लेकिन प्यारे

0:35

सामने कलयुग ए रहा है कहां से लगे निर्मल

0:41

कहां से लगे छल-क्षित्र कपट से रहित मनवा ले लोग

0:46

ऐसे लोगों को भी जो स्वीकार कर लेती है

0:52

हमारी लाडली अति ही भोरी

0:58

[संगीत] जन्म के [संगीत]

1:06

[प्रशंसा] किन्ना कभु

1:11

किशोरी [संगीत]

1:18

कैसे हुई चरण शरण कोई आवे

1:24

[संगीत]

1:30

भले ही दुनिया के दुख लेकर के कोई रो रहा हो किशोरी जी के सामने वो फिर भी यही

1:36

समझती हैं की मेरे लिए रो रहा है

1:43

कैसे हो चरण शरण कोई आवे

1:48

बिगड़ी कृपा करें करो की श्री गोपाल हिट

1:53

हरि स्वामी हरि स्वामी ए भैया शीश नवाब परी परी

2:05

[संगीत] राधा राधा

2:10

[प्रशंसा]

2:19

[हंसी]

2:42

किशोरी किशोरी राधे जय हो

2:48

[प्रशंसा] किशोरी राधे ओ मोहित तू भरोसा है तिहारो

2:57

की किशोरी राधे मोहे तो भरोसा

3:03

हरि किशोरी राधे [प्रशंसा]

3:10

जय हो [प्रशंसा]

3:24

[प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत]

3:33

और कवि ने उसकी कृपा पर भरोसा करते हुए बहुत प्यारे शब्द लिखे हुए

3:43

[संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] उनका

3:49

[संगीत]

3:56

विषय भजन नहीं करने देते यह कामनाएं भजन नहीं करने देतीं, यह हट जाएंगी फिर भजन करेंगे गलत निर्णय

4:04

ना ले बैठना प्यारे भजन बढ़ेगा विषय अपने आप समाप्त होंगे भजन बढ़ेगा कामनाएं संसार

4:13

की अपने आप समाप्त होगी भजन का सुख सर्वोपरि (most important) है  यह जिस दिन मन ने मान

4:20

लिया संसार के विषय पर फिर लंपट (lusty) होने की जरूरत पड़ेगी

4:27

नाम रस मीठा रे कोई पीवे संत सूजान ऐसी संत

4:32

बुद्धि जिस दिन बन गई नाम रस मीठा लगने लग गए सबको नहीं लगता

4:40

बाबा नानक ने लिखा प्रभु तेरा नाम मुझे फीका लगता था अच्छा नहीं लगता था लेकिन कब

4:47

मीठा लगने लगा मीठा जब रसिकन की संतों के संग में बैठा

4:55

तेरा नाम मुझे मीठा लगने लगे साध संग प्रभु लगे मीत

5:04

तो विषय खत्म हो जाएंगे विकार खत्म हो जाएंगे फिर भजन करेंगे अरे भैया 100 जन्म

5:10

लगे रहोगे बात बनने वाली नहीं भजन बड़े यह विकार

5:17

अपने आप समाप्त होंगे और कोई चारा नहीं भजन को प्राथमिकता

5:23

पुन: कहां रहे अवकाश विषय को

5:30

5:36

तेरा नाम जब नस नस में रमने लगेगा फुर्सत कहां रह जाएगी इन इंद्रियों को विषयों की

5:43

चाह कर भी, तेरे नाम में जब यह मन व्यस्त रहने लग

5:50

जाएगा तेरे नाम का मधुर स्वाद जब इसको लग जाएगा चस्का लग जाएगा

5:57

फिर क्यों ये इंद्रिय बाहर देखेंगीं [प्रशंसा]

6:05

समझ लेना ज़रा, दुनिया की जितनी भी सुंदरता है

6:12

लुभावनापन, जहां भी आपका मन लोभी हो के देखता है ध्यान रहे वह सब खजाना पहले से आपके अंदर

6:21

मौजूद है विज्ञान कहता है आंखें जो भी सब्जेक्ट

6:26

देखती हैं उसको मन के अंदर वह रिफ्लेक्ट करती है

6:33

आंख सुख नहीं ले सकती सुख कौन लेता है मन ही लेता है आंख केवल शीशा है

6:40

कैमरे ने फोटो खींची कैमरे को कोई मजा आ रहा है क्या फोटो खींचने का मजा तो आप तो

6:46

बाद में आएगा जब आप अपनी फोटो देखोगे आंख जो देख रही है वह आंख का सुख नहीं है

6:54

आंख उसे तस्वीर को उसे दृश्य को लुभावनेपन को भीतर भेजती है

7:00

और भीतर भीतर ने क्यों स्वीकार किया

7:06

भीतर को वह सुंदर क्यों लगा शीशे के ऊपर चांदी की परत थी तब फोटो बनी अगर वो परात

7:17

ना होती तो फोटो बनती ही नहीं इसका मतलब आपको कोई विषय अगर लुभा रहा है तो वो सुख

7:24

पहले से आपके भीतर मौजूद है अतः समुद्र की तरह अंश बाहर देख करके

7:31

क्यों लोभी हो रहा है प्यारे तेरे भीतर तो खजाना बैठा हुआ है पहले से

7:38

कोई विषय बाहर का सुख नहीं दे सकता अगर भीतर सुख नहीं है तो

7:46

बड़ा स्वादिष्ट भोजन हो लेकिन किसी मैन का बच्चा 104 बुखार में पड़ा हो उसको कहे तुम

7:54

कहो रोटी खा बहुत स्वाद है बहुत स्वाद क्या वो स्वाद ले पाएंगे क्योंकि भीतर का

8:02

सुख खत्म हो गया बाहर का सुख अपने आप खत्म मित्र

8:07

चुस्ती है तो बाहर से संतुष्टि कभी कहता है लाडली जुहू आपका नाम रस जब मेरे भीतर

8:15

छा जाएगा तो अवकाश कहां बचेगा फुर्सत कहां बचेगी ये मैन विषयों की ओर जेड

8:22

उन्हें कहां रह [संगीत] अवतार विषय को

8:31

है अब दास विषय को

8:37

चार पदार्थ

8:44

धर्म अर्थ काम मोक्ष

8:51

उसके नाम में भैया इतना रस है की धर्म अर्थ काम मोक्ष छूट जाता है bhartlal ने

8:57

कहा था रामायण में अर्थ एन धर्म ना कम रुचि गुणा चाहो निर्वाण नहीं चाहिए मुझे

9:03

धर्म अर्थ कम मोक्ष क्या चाहिए बोले जन्म जन्म रति राम पद यह वरदान ना आना

9:09

[संगीत] इस रस की पहचान धर्म भी

9:16

छूट के आग ही निज धर्म भारत जी ने कहा था मैं धर्म छोड़कर के भीख मांगने को तैयार

9:21

हूं अरे मेरे प्रभु के प्रेम की कोई भीख दे दो मुझे [संगीत] वही तो भरोसा है

9:29

तिहारो जी किशोरी राधे मोहे तो भरोसा

9:45

[प्रशंसा] [संगीत]

9:56

तुम कृपा लू सरकार हमारी

10:07

[प्रशंसा] [संगीत]

10:12

युवा खाली ना रहे हल्की हल्की ताली के साथ एक प्रार्थना

10:17

जाएंगे ही वृंदावन नगरी

10:27

मुझे रख लो अपने पास

10:34

अभी के दर्शन बिन

10:40

मैं हरदम रहूं उदास

10:48

दोनों अर्थ में अगर उदास हो तब भी का सकते हो नहीं उदास हो तो यही मैंगो शबी के दश

10:56

बिन में हर पाल रहूं उदास दुनिया का कोई नजर

11:02

मुझे खुशी ना दे सके मैं जब भी खुश हूं तुम्हें देख कर

11:08

मुझे जो भी प्रसन्नता मिले वो आपसे मिले क्योंकि आपसे जो मिलेगा वो शाश्वत होगा वो

11:14

सदा रहने वाला होगा युगल सभी के दर्शन बिन

11:20

[संगीत] मैं हर दम रहूं उदास

11:26

हर दम राहु [संगीत]

11:32

चरनन की रजनी

11:43

[संगीत]

11:50

परवाह नहीं किसी और की

11:57

परवाह नहीं किसी और [प्रशंसा] अगर तुम मेरी बन जाओ अगर तुम मेरी बन जाओ

12:09

घर तुम मेरी बन जाओ मेरी

12:15

matdao प्यारी करें तुम मेरी बन जाओ जी

12:24

छोड़ तू सब संसार के झगड़ा [प्रशंसा]

12:31

छोड़ डन सब संसार के झगड़ा

12:37

ऐसी लगन लगाव राधे

12:43

ऐसी लगन लगा वे ऐसी लगन लगाऊं

12:51

दमन तो तेरा पकड़ा है

12:57

श्री राधे दमन को तेरा पकड़ा है मेरी श्यामा कभी

13:07

ठुकराना ना मेरी शकल ठुकरा लाना मेरी समान

13:14

कभी ठुकराना कभी रुकना ना मेरी समा कभी ठुकराना

13:24

कभी ठुकराना किस कारणवश

13:30

मैं भूल जाऊं

13:36

किसी कारणवश में भूल जाऊं

13:41

पर स्वामी ने मुझे बुलाना मुझे बुलाना

13:48

[संगीत] है मुझे भूलना

13:53

मुझे बुलाना है मेरी क्षमा मुझे भूलना

14:00

मुझे बुलाना मैं तेरी हूं तुम मेरे हो मैं तेरी

14:07

हूं तुम मेरे हो यह नाता मेरा स्वीकार

14:13

करोगे डाटा मेरा स्वीकार करो ना ता मेरा

14:19

स्वीकार करो

14:25

आप स्वामी मैं हूं दासी आसमानी है

14:33

की नहीं आप स्वामी की मैं हूं दासी

14:43

अफवाह मिनी मैं हूं दासी [संगीत]

14:49

एक बार मुझे भी प्यार करो एक बार मुझे दे

14:56

दिया करो मुझे

15:02

प्यार करो आपकी

15:18

प्यारी जुम्मे आपकी निज महल दासी कीजिए

15:27

मैं और कुछ नहीं मांगती अब सेवा अपनी

15:32

दीजिए [प्रशंसा]

15:41

सुख दीजिए जो इच्छा हो कीजिए

15:50

जो इच्छा हो कीजिए

15:56

पर दूर एन कर से कीजिए दूर तक

16:02

[संगीत]

16:08

[प्रशंसा] [संगीत]

16:16

हमारी तुम मेरे

16:21

करो सरकार भगवान [संगीत]

16:29

सरकार हमारी

16:35

[संगीत] ओमकारा

16:44

हमारी [संगीत]

16:54

प्यारी करो प्यार करूं

17:01

प्यार करो या [प्रशंसा]

17:09

मेरा [प्रशंसा] रो किशोरी राधे प्यारी

17:20

करो [संगीत]

17:26

या किशोरी राधे मोहे तू भरोसा

17:31

[संगीत]

17:42

[संगीत] किशोरी राधे

17:50

किशोरी राधे किशोरी

18:32

[संगीत]

18:44

[संगीत]

18:58

[संगीत] [प्रशंसा]

19:07

कभी भी पकड़े जाओगे भैया बेईमान कभी भी पकड़ा जाएगा सावधान

19:14

लाडली समान किशोरी समान

19:32

खिलाड़ी समा की शादी

20:10

शाम [संगीत]

20:24

जय जय श्री राम [प्रशंसा]

20:30

जय श्री राम [संगीत] जय [प्रशंसा]

20:37

[संगीत] [प्रशंसा]

20:48

[संगीत]

20:54

तेरे रंग में रंगा

20:59

हर जमाना मिले

21:05

[संगीत]

21:12

तेरे रंग में रंगा हर ज़माना मिले

21:18

[संगीत]

21:24

सबको प्रार्थना है की यह भाव जरूर

21:30

अगर किसी भी तरह बरसाना से किशोरी जी के नाम से आपका रिश्ता है तो कोई जीव खाली ना

21:37

रहेगा जरूर तेरे रंग में रंगा

21:43

जमाना मिले [प्रशंसा]

21:50

मेरे से भाग कहां प्यारी जी के सब छोड़ छड़ करके तेरे चरणों में आकर के बैठ जाओ

21:57

ना जाने ये अभिलाषा कब किस जन्म में पुरी करोगी आप लेकिन अभी इतनी ख्वाहिश तो कर

22:05

सकता हूं की तेरे रंग में रंगा हर ज़माना मिले

22:15

[संगीत] मैं जहां भी रहूं बरसाना मिले मैं जहां भी

22:23

रहूं बरसाना मिले में जहां भी रहूं बरसात

22:30

मिले मैं जहां में रहूं बरसाना मिले तेरे

22:37

रंग में रंग जमाना मिले तेरे रंग में रंग

22:46

तेरे रंग में रंग जमाना मिले तेरे रंग में रंग

23:04

सन ले मैं जहां भी रहूं बरसाना मिला मैं

23:11

जहां भी रहूं बरसाना मिले मैं जहां भी

23:17

रहूं बरसाना मिले [प्रशंसा]

23:29

[संगीत] [प्रशंसा]

23:39

तेरा बरसाना राधे मेरी जान है तेरा बरसाना

23:45

राधे फिर जाने वो तेरा बरसाना राधे मेरी

23:51

जान है तेरा बरसाना है मेरी याद में मेरे

23:59

अरमानों की आन है शान है मेरे [संगीत]

24:07

गांव मेरे अरमानों की याद है शान है

24:14

[प्रशंसा] [संगीत] तेरी गलियों में तेरी गलियों पे जाकर ये

24:23

कुर्बान है तेरी गलियों में क्या कर के कुर्बान तेरी गलियों पे चांदनी कुर्बान है

24:33

तेरी गलियों में जाकर देखो इशारा

24:44

रहमत का इशारा नजर नाम मिले रहमत का इशारा

24:51

नजर मिले जहां भी हो मैं जहां भी मैं जहां

24:59

भी रहूं बरसाना मिले मैं जहां भी रहूं

25:05

बरसाना मिले जहां भी रहूं बरसाना मिले

25:13

[संगीत]

25:19

जमाना मिले तेरा

25:24

[संगीत] जहां भी मैं जहां भी रहूं बरसाना

25:35

मिले मेरा हो बरसाने में

25:44

जय हो [संगीत]

25:59

मैं तेरी मैन के गीत

26:06

गाने आया हूं मैंने

26:17

[संगीत]

26:26

करुणा जगत का सताया हूं मैं करने करना जगत

26:32

का सत

26:38

[संगीत] जगत का सताया हूं मैं गांव जो भी तेरा

26:46

अफसाना मिलेगा जो भी तेरा फ़साना में

26:56

मिलेगा जो भी तेरा फ़साना मिले

27:09

बरसाना मिले मैं जहां भी रहूं बरसाना मिला

27:15

मैं जहां भी रहूं बरसाना मिले

27:24

तेरे रंग में रंग जमाना मिले तेरे रंग में रंग

27:33

तेरे रंग में रंग जमाना तेरे रंग में रंग

27:41

मिले मैं जहां भी हो मैं जहां भी रहूं बरसाना मिले

28:04

[प्रशंसा]

28:22

ये जहां सारा एक तेरा ही नूर है मेरो कान्हा

28:36

भी तुझसे ही मशहूर है मेरा

28:45

कान्हा भी तुझसे ही मशहूर है मेरो कान्हा

28:51

से ही मशहूर है बद किस्मत

29:03

है जो तुमसे दूर है बद किस्मत है !

29:10

दूर है तेरे चरणों की रज में ठिकाना मिले

29:16

तेरे चरणों की रज में ठिकाना मिले तेरे चरणों

29:22

की रज में ठिकाना मिले फिर मैं जहां

29:32

भी हो मैं जहां भी रहूं बरसाना मिले

29:39

मैं रहूं बरसाना मिला मैं जहां भी रहूं बरसात

29:50

में तेरे रंग में रंगा हर जमाना मिले रंग

29:57

में रंग बरसाओ

30:09

[संगीत]

30:31

हान तेरी पायल तेरी पायल वंशी उनकी बजती रहेगी

30:43

वहां तेरी पायल बंसी उनकी बजती रहे

30:52

जोड़ी प्रीतम प्यारे जोड़ी प्रीतम प्यारे

31:01

तेरे रसिकन पर छाई ये मस्ती रहे

31:07

[प्रशंसा] [संगीत]

31:13

मस्ती रहे [संगीत]

31:19

और तेरी मस्ती का यही खजाना मिले

जहां

31:39

भी मैं जहां भी मैं जहां भी रहूं बरसाना

31:46

मिले मैं जहां में रहूं बरसाना मिले जहां

31:52

भी रहूं बरसात

32:02

[प्रशंसा]

32:15

जय हो श्याम

32:33

[संगीत]

32:44

[संगीत] यह विनती सन लीजिए

32:56

श्री वृंदावन वास कृपा कर

33:01

[संगीत]

33:15

नवल किशोरी दी के प्यारी नवल किशोर

33:21

[संगीत]

33:28

मांगना सेवा [प्रशंसा]

33:39

[प्रशंसा] भरपूर स्वामी चरण सखी अपनी जय हो चरण साकी अपनी के

33:51

श्यामा यह

33:59

[संगीत] बिनती सन लीजिए

34:12

[प्रशंसा] जय हो

34:17

[प्रशंसा]

34:24

तेरे रस को की सजाती रहे डोलियां तेरे रस्मों की सजाती रहे मैन

34:34

तेरे रस को की सजाती रहे डोलियां तेरे रस को

34:39

सजाती रहे दुनिया कभी सावन कभी जाएंगे

34:45

गोलियां कभी सावन कभी ना आएंगे हान कभी सावन कभी जाएंगे

34:54

गोलियां सावन का विवाह नाचे कान्हा के संग काना की कोरिया ना

35:04

गाना

35:14

[प्रशंसा] [संगीत]

35:26

तेरे नाम का हर मस्ताना मिले तेरे नाम का

35:32

हर मस्ताना में जहां भी मैं जहां भी

35:40

रहूं बरसा

35:49

ना बरसाना मिले या मीरा हो बरसाना मिलन मैं

35:57

जहां भी रहूं बरसाना मिले जहां भी रहूं

36:03

बरसा मिले [संगीत]

36:11

[प्रशंसा]

36:22

[संगीत] तो सबका ख्वाब सुबह की तस्वीर

36:30

हो जाए [प्रशंसा] तेरी बंकी

36:36

अदा की कुछ ऐसी हो जाए

36:42

तेरी बंकी अदा की कुछ ऐसी तासीर हो जाए की

36:50

जिस शहर पे भी नजर डालो तेरी तस्वीर हो

36:55

जाए कभी बरसे तुम्हारी रहमत

37:04

[संगीत]

37:11

कभी बरसे तुम्हारी रहमत

37:16

पहले से मधुबन में तुम्हें देखूं तड़प

37:22

जाऊं और मेरी आंखें हो जाए तुम्हें देखूं

37:30

तड़प जाऊं मेरी याद हो जाए

37:38

[संगीत] तू सदा तू सदा प्यारी

37:51

तू सदा खुश रहे यह दुआ है मेरी वो सदा खुश

37:57

रहे दुआ है ये दुआ है मेरी तू सदा

38:08

खुश है मेरी बरसाना भले यह सदा है मेरी

38:14

बरसाना बने

38:23

विश्व स्वरों भूमि भारत के कण-कण पे [प्रशंसा]

38:30

ए जी विश्व स्वरों भूमि भारत के कण-कण में भारत को

38:42

ब्रज के परिहार सैन पे स्वर्ग गोविंदा

38:55

वृंदावन वृंदावन

39:12

एक मनमोहन कृष्ण पे हरे कृष्ण को वारो की किशोरी

39:28

मैं कृष्ण हूं मुबारक [संगीत]

39:41

[प्रशंसा]

39:51

और श्यामा जी, जो जो मैंने गुनाह किए उन गुनाहों की सजा

39:59

तेरे चरणों में रहना सजा है मेरी रवि तेरी रज का सदा

40:10

ही दीवाना रहेगा

40:16

[संगीत]

40:23

[संगीत]

40:57

हर जमाना मिले रंग में रतार जमाना मिले

41:04

मैं जहां भी नबी मैं जहां भी रहूं बरसा मिले तो हम भी

41:14

रहूं बरसाना मिले राधे राधे राधे

41:20

राधे राधे राधे राधे

41:25

राधे राधे [प्रशंसा]

41:33

राधे राधे [संगीत] [प्रशंसा]

41:40

जय राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे

41:51

राधे राधे राधे राधे राधे राधे

41:57

राधे राधे राधे

42:04

राधे राधे राधे राधे राधे

42:09

राधे राधे राधे राधे राधे

42:19

[संगीत] राधे राधे राधे

42:26

राधे राधे राधे राधे राधे

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राधे राधे राधे राधे

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राधे राधे [हंसी]

43:20

[हंसी]

43:35

[प्रशंसा]

43:42

राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे

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[प्रशंसा] घबरा क्यों बावरी

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[संगीत] आएंगे

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चित चोर [संगीत]

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नंद नंद [संगीत]

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borasiya नवल किशोर

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रसिया नवल किशोर

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नील मणि कुंज बिहारी

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श्री मुकुंद हरि जी महाराज

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रामकृष्ण हॉस्पिटल वृंदावन में दाखिल द 104 बुखार से कम नहीं हो रहा था

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[संगीत] बहुत दवाई की

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जो भी वृंदावन में मिल साकी हर दवाई बढ़िया से बढ़िया उनको दी गई आराम नहीं आया 103 104 103 104

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सुबह-सुबह डॉक्टर आया कहा स्वामी जी मेरे पास यहां जो दवाइयां थी मैंने सब प्रयोग

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कर ली अब तो दावा दिल्ली से मंगवानी पड़ेगी

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मैं यह दावा लिख दिए जा रहा हूं और आप शीघ्र किसी को भेज करके दिल्ली दवा

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मंगवा लीजिए में शाम को आऊंगा बता दूंगा कैसे कम क्या खाना है

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ठीक है डॉक्टर ने दवाइयां लिखी और पर्ची

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मेज पर रख दी और पता नहीं क्यों गलती से पेन भी उसके

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ऊपर रख दी उसने छूट गई उससे डॉक्टर चला गया

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स्वामी जी के मैन में एक चिंता आई की 104 बुखार उतर नहीं रहा डॉक्टर कहता है

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कोई दावा असर नहीं कर रही इसका क्या अर्थ है [संगीत]

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कहीं समय तो नहीं हो गया मेरा जो उद्देश्य था वह तो भी पूरा नहीं हुआ

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मुझे देखना है उसे मुझे उसकी लीला का भागीदार बन्ना है मुझे भी उसके साथ मटकी

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फोड़ने जाना है [संगीत]

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गया तो वो मेरी अभिलाषा क्या की संजॉय हुई कैसे पूर्ण होगी

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हृदय से एक आवाज़ आई प्रेरणा हुई मानो ठाकुर जी ने स्वयं

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उन्हें हिम्मत दी बाल दिया उठ कर के बैठ गए दरवाजा बंद कर लिया डॉक्टर की राखी हुई

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कलम पर और कागज के पिछले तरफ पूरा पन्ना खाली था

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स्वामी जी ने हृदय की आवाज़ को ठाकुर जी की प्रेरणा को लिखना शुरू कर दिया

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यह भजन मैं कहूंगा स्वामी जी ने नहीं लिखा ये भजन ठाकुर जी ने स्वयं उनका हाथ पकड़

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कर के लिखा घबरा क्यों बावरी

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[प्रशंसा] [संगीत]

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[हंसी] [संगीत] नंद नांदुर

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[संगीत]

48:09

रसिया नवल किशोर

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रसिया नवल किशोर [संगीत]

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नीलमणि कुंज बिहारी

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करुणा सिंधु बेग सुनेंगे

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पैर हमारी फिर देंगे दर्शन डालो

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फिर देंगे दर्शन दाना

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[संगीत] बैठी रन जलाया

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तोहे देंगे दर्शन डैन बैठी रहती पूजा

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[संगीत]

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बावरी क्यों घबरा

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तेरी यादें होंगे [हंसी]

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क्यों घबरा और स्वामी जी की वो कलम हम सबको हौसला दी

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गई क्यों धीरज कोई

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जाती है क्यों धीरज कोई

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जाती है [संगीत]

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आशा रख पगली आएंगे

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अपने आशा रख पगली

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आएंगे आशा रखते हैं

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[संगीत] दुनिया

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[संगीत] [प्रशंसा]

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[हंसी]

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आएं श्याम सुंदर

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makraakhit कुंडल झलक के मथुरा के कुंडल

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छलकत ही तिरछी चित बन से मुस्कुरा

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[प्रशंसा] दो कलियों का

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यौवन शर्मा तेरे गलियों का योग

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शरमाते घूंगराली अलके बिखरा तेरा

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[प्रशंसा] [संगीत]

51:54

[संगीत]

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[संगीत] रसिया आए [संगीत]

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होरी के रसिया आएंगे

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रसिया आएंगे और तैयार रहना एक दिन फिर वो

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तुम्हें आवाज़ देंगे गौरी कुंदन में आज मची होरी

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ए गुंजन में आज मची होरी

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तू कहां बैठी मांग सवारी

53:14

तू कहां पे मांग सवारी [संगीत]

53:23

तो सन ले गैप दूध का रे

53:28

उठ सजनी

53:33

उठ सजनी चल फाग खेल ले उठ सजनी चल फाग खेल

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ले तेरो है पुकारे

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पुकारे नारायण

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तब बात है तेरी

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[संगीत] गोरी गुंजन में आज मची होरी

54:09

तू कहां बैठी मांग सवारी

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के रसिया [संगीत] होरी

54:23

सी आया आएंगे रसिया

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[प्रशंसा]

54:43

[संगीत]

54:57

[संगीत]

55:03

[प्रशंसा] [संगीत]

55:17

जब जब सखी उदास होती, वो (कृष्ण) हमेशा मुस्कुराते हुए आए हाथ में बंसी

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[संगीत] [प्रशंसा] कुंडल कपोलन

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झलक रहे हैं जब उनकी गाल पर उनके कुंडल गिरते हैं, घुँघराली लट गिरती है

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और वो तिरछे से हाथ से जब उसको पीछे की ओर करते हैं तो सखी के लिए यही अदा एक जीवन

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का धन बन जाती है अंदाज़ भरी पहचान लिए

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अंदाज पहचान लिए कुछ सुंदरता का मान लिए

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तेरी नखरों का तूफान लिए, हंस्ते हंस्ते दिल छीनेंगें

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[संगीत] भूली हुई याद दिलाएंगे, आशा रख पगली वो आयेंगे

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कोई याद दिलाया [संगीत]

57:13

[संगीत] [प्रशंसा]

57:26

[प्रशंसा] देखना एक दिन फिर

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मैया होगी लोरी होगी

57:40

सो जा सो जा तुझे मैया सुलाती है

57:48

तुझे लोरी सुनाती है सो

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जा सो जा तुझे मैया

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तुझे लोरी सुनाती है मैया होगी

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लोरी होगी माखन होगा चोरी होगी

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काले (कृष्ण) होंगे गोरी (राधा) होंगी , छीना झपटी जोरी होगी

[संगीत]

58:38

[प्रशंसा] [संगीत]

58:50

[संगीत]

58:58

[प्रशंसा] [संगीत]

59:03

गलियों में माखन बिखरेगा, ग्वाले मौज मनाएंगें

59:14

[संगीत]

59:20

[प्रशंसा]

59:26

[संगीत] [प्रशंसा] [संगीत]

59:40

[संगीत]

Standby link (in case youtube link does not work):

Ravinandan Shastri ji Bhajan Sandhya Panipat 16-4-2010 Part 3.mp4