Wednesday, November 10, 2021

श्री राधाकृष्ण जी ने बताया बहुत ही सुंदर भाव श्री इंद्रेश जी की कथा में - Indresh Ji

श्री राधाकृष्ण जी ने बताया बहुत ही सुंदर भाव श्री इंद्रेश जी की कथा में। https://youtu.be/zgHvXBluN5A  1 तेरे संग में रहेंगे, ओ मोहना, तुम्हें कभी ना छोड़ेंगे ओ मोहना, मैं वक्ता बनूं, तुम श्रोता बनो, भागवत में मिलेंगे, ओ मोहना  https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=104 2 हो नाम तेरा रहे लब पे हरदम, मेरे दिल को तस्कीन (शांति) हो, चैन मिलता रहे  सितारे शहर जग मगाते रहें, तेरा बीमार करवट बदलता रहे https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=308  3 वो सुहाना हो मंजर (scene) और मौसम हसीं, पास में तुम रहो और कोई नहीं,  है  तुम्ही से मेरी रोनके (glitter) जिंदगी, तुम ना बदलो जमाना बदलता रहे  https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=387  4 पास मेरे वो आए हैं कुछ इस कदर, उनका पर्दा रहे मुझको दीदार हो पास चिलमन (पर्दा ) के आकर के बैठो जरा , रूप छन छन के बाहर निकलता रहे https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=455 5 जान जाने का मुझको तो कुछ गम नहीं,  तुम किसी के नहीं सिर्फ मेरे रहो काश ऐसी कटे अपनी भी जिंदगी, सामने तुम रहो दम निकलता रहे https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=517  6 अब आगे नरसिंह मेहता जी का भाव है, दो चार पंक्तियां, रहे नरसिंह जी जूनागढ़ में, रहे, लेकिन ब्रज उनके हृदय में रहा, उद्धव जी को सुना के कह रही हैं गोपीयां https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=674  7 कृष्ण कृष्ण करता उद्धव प्राण हमारा जाए रे, मरता सुधी नाम कृष्ण हे जी भूलूं ना हे भुलाय रे Gopi says to Uddhav: my soul is always chanting Krishna Krishna and till I die I cannot forget Him even if I want to https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=708  8 गोपी कहती है : स्वर्ग लोक के वैकूंठ लोक, ब्रह्म लोक न गमता रे जे माटी मा श्री कृष्ण रम्या था, वे माटी नी है ममता रे  Gopi says to Udhav: neither I want heaven, nor Brahmalok, nor Vaikunth   my entire love is for the soil in which Krishna has lovingly played His life  https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=795  9 ब्रज नी रज मा, है खाया न खेल्या https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=873  10 सबको ब्रज की माटी नहीं मिलती है, वृंदावन में आए जाए कितना ही, लेकिन यदि कृपा हो श्री जी की तो इस माटी की ममता मिल जाती है, इस माटी की ममता मिल गई वो माटी मिलने के समान ही है,  माटी मिली और माटी की ममता नहीं मिली तो माटी क्या करेगी और माटी नहीं मिली और माटी की ममता मिल गई तो सब काम बन जाएगा, सब बात बन जाएगी https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=940  11 ब्रज नी रज मा, है खाया न खेल्या, इच्छा मन माही रे  जलना जिवड़ा, जल मा जन्में, अने जल माही मरी जाए रे  God Krishna has eaten and played in this soil of Brij,  all I want is that I also should take birth (जन्में), grow (जिवड़ा) and die (मरी जाए रे) in the same soil https://youtu.be/zgHvXBluN5A&t=979   Standby link (in case youtube link does not work): श्री राधाकृष्ण जी ने बताया बहुत ही सुंदर भाव श्री इंद्रेश जी की कथा में। #indreshupadhyay #katha.mp4