Gita Full Course Part 2 of 7 (भाग - 2)
https://www.youtube.com/watch?v=QEof7QVX93g&list=PLI9pJ1j5Go3vKJPXVUv_NhNwB6seW2qHC&index=2
आज तो हम, भगवान को प्रणाम कैसे करना है, वो भी भूल गए
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=0
आज तो बच्चे अपने पिता को बोलते हैं “हाय पॉप” (Hi, Pop) - यानी मेरे को भी “हाय” लगे और आपको भी
“हाय” लगे (हाय को बड़ा दर्दनाक शब्द माना गया है), telephone पर
हम सबसे पहले बोलते हैं “हैल लो” (Hell lo) यानी “नरक लो” -
देखिये कितने बड़े दुश्मन हो गए हम एक दूसरे के, राम राम नहीं
कहेंगे, हरे कृष्णा नहीं कहेंगे
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=52
“हरे कृष्ण” में “हरे” का मतलब होता है राधा रानी
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=102
“हरि” शब्द का मतलब है जो सब के चित्तों (consciousness) को
हर (attract) लें, और हरि का चित्त हरने वाली को कहते हैं “हरा” और “हरा” को जो संबोधन
करते हैं तो कहते हैं “हरे” यानी राधारानी, जैसे “अंबा” को
बोध किया जाता है तो कहते है “अम्बे”
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=127
हम इतने शुद्ध नहीं हुए कि हम राधारानी का नाम ले सकें, इसलिए
हम “हरे” कह कर बुलाते हैं “श्री राधे” को, हम तुरंत top पर पहुंचना चाहते हैं नकल मार कर,
नहीं
नकल से नहीं, आचरण करना पड़ता है ऊपर चढ़ने के लिए
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=154
भूलने की हमारी बहुत बड़ी प्रवृत्ति (tendency) है और खासकर
भगवान के बारे में, किसी को पैसे दिए हों तो कभी नहीं भूलते
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=191
कल हमने चर्चा करी थी कि आध्यात्मिक ज्ञान क्यों महत्वपूर्ण है,
ज्ञान
का काम है सुख देना और अज्ञानता का काम है दुख देना
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=217
ज्ञान बुद्धि का petrol है, ज्ञान आपको
विवेक (discrimination power) देता है
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=250
दुख सात प्रकार के होते हैं
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=459
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How much time we devote to fulfilment of our life's purpose?, मानव उद्देश्य को पूरा करने के लिए हम कितना समय दे रहे हैं?
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DOES SPIRITUAL WISDOM REMOVE YOUR SORROWS ?, क्या आध्यात्म से दुःख समाप्त हो जाते हैं ?
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till 52.40 video time:
Have you prepared for the exam of Death, क्या आपने मृत्यु परीक्षा की तय्यारी कर ली
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till 1.04.30 video time:
Were this body & earth & universe created by their own or by some creator?, क्या यह पृथ्वी यह शरीर अपने आप आ गए?
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Everyone knows about God, भगवान: एक विषय जो सभी को आता है
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till 1.14.30 video time:
Proven / authorized source for Spiritual Knowledge, आध्यात्मिक ज्ञान को लेने का प्रमाणिक (proven / authorized) स्रोत (source)
आध्यात्मिक ज्ञान केवल गुरु से ही मिल सकता है मगर गुरु प्रमाणित
(परंपरागत, in disciplic succession) है कि नहीं ये भी जान लेना जरूरी है,
क्योंकि
भौतिक ज्ञान भी बिना गुरु (teacher) के नहीं लिया जा सकता
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4470
श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कहा कि गुरु के पास जाओ, उनके
शरणागत हो, सेवा करो और प्रश्न करो और अपनी जिज्ञासा दूर करो
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4515
भगवान स्वयं कहते हैं कि केवल भक्त ही मुझे जान सकता है, और
कोई भी : ज्ञानी तपस्वी योगी ब्रह्मज्ञानी नहीं जान सकता
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4544
गुरु वही है जो postman जैसा काम करें, शास्त्रों में
जो ज्ञान है वोही ज्ञान आगे बांटे
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4584
जो व्यक्ति गंभीरता पूर्वक असली सुख की इच्छा रखता है, केवल
वही प्रमाणिक गुरु के पास जाए और उसकी शरण ग्रहण करे
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4614
प्रमाणिक गुरु कौन होता है, जो विचार विमर्श करके शास्त्रों से भली
भांति अवगत होता है और दूसरों को आश्वस्त (assure, convince) कर
सकता है, ऐसा महापुरुष जिन्होंने सब भौतिक बातों को त्याग करके भगवान की शरण
ले ली है, उन्हें प्रमाणिक गुरु मानना चाहिए
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4749
ज्यादातर लोग कहते हैं मैंने गुरु बना लिया, अरे भाई तुम
शिष्य बने कि नहीं, गुरु बना बनाया है, मुख्य
बात है की आप शिष्य बने कि नहीं, श्री कृष्ण तो भगवान थे, भगवान
हैं, भगवान रहेंगे, आप भक्त बने कि नहीं
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4784
कई लोग कहते हैं हम अपने आप से गीता पढ़ लेंगे, बस समझ जाएंगे
मगर भगवान ने कहा है कि गुरु ही गीता का ज्ञान तत्व से समझा सकते हैं, सेवा
का मतलब केवल टांग दबाना नहीं, मगर गुरु की आज्ञा मानना
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4833
हम आध्यात्मिक authority को मानने में संकोच (doubt) करते
हैं, मगर जब डॉक्टर के पास जाते हैं
तो क्या पूछते हैं उनकी MBBS Degree ? बस में जाते हैं
तो क्या driver से पूछते हैं अपना licence दिखाओ, aeroplane मे
सफर से पहले क्या pilot का निरीक्षण करते हैं कि कहीं पी तो नहीं रखी ? Teacher कहता
है “A” ऐसे लिखते हैं, बच्चा कहे कि नहीं, मैं
तो नहीं मानता
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4896
जीवन श्रद्धा से शुरू होता है ज्ञान भी श्रद्धा से शुरू होता है,
यदि
माँ आप को ना बताए कि पिता का नाम क्या है तो आप कभी नहीं ढूंढ सकते पिता को,
newspaper में तो बहुत श्रद्धा है
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4964
परन्तु गुरु और शिष्य बनाने से पहले दोनों को एक दूसरे को परख लेना
चाहिए कि गुरु गुरु बनने लायक है कि नहीं और शिष्य शिष्य बनने लायक है कि नहीं, नहीं तो दोनों की नर्क की गति होती है
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=4992
ये शिष्य और गुरु की बात हो रही है, भक्ति हम गुरु
की नहीं करते, भक्ति हम भगवान की करते हैं, एक college के अंदर आप graduate
बनने
जाते हैं student बनने नहीं
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=5135
“गुरु गोविन्द दोनों खड़े, काके लागो पांव”, गुरु
के पांव पहले लगें क्योंकि गुरु ने गोविंद के बारे में बताया है, मगर
जो गुरु अपने को गोविंद बताये जूता मारिए दो, जो अपने आप को
भगवान बताये वो असुर (demon) है, हिरणकश्यप,
रावण
सबने अपने आप को भगवान बताया, ये भगवान के विरोधी थे
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=5167
गुरु के पास जाना अनिवार्य है, शिष्य बनना
अनिवार्य है क्योंकि ज्ञान गुरु से ही मिलेगा
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=5243
1.27.40 onwards https://workflowy.com/#/1cc85db355b1
भगवान्: एक विषय जो सभी को आता है
*Gita Shloka* 4.2: परंपरा (disciplic succession) का
मतलब समझाया गया है, पहले शिष्य बना जाता है बाद में वही शिष्य गुरु बनता है, पहले
पुत्र होता है, वहीं पुत्र बड़ा हो के पिता बनता है - ऐसे ही परंपरा में भगवान हमारे
सबसे पहले गुरु हैं
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=5582
जो गुरु अपने गुरु को बार बार संबोधन करें, वो ही सत्यगुरु
है, जो अपने गुरु को ही छुपाकर रख के, समझ लेना वो
गुरु सही नहीं है - यदि किसी के पास लक्ष्मी हो, तो वो विष्णु
प्राप्ति के लिए बाधा (hurdle) बन जाती हैं, ऐसे ही स्त्री
श्री कृष्ण तक पहुँचने के लिए बाधा है ओर यदि खुद का यश हो जाए तो गुरु तक पहुँचने
के लिए बाधा है
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=5682
गुरु सही तभी हैं जब गीता का ज्ञान हूबहू (“as it is”) बांटे,
अपने
ख्याल नहीं लगाए
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=5755
उदाहरण जैसे एक वाक्य है: “रोको मत जाने दो” - इसके दो विपरीत अर्थ
बन सकते हैं “रोको, मत जाने दो” और “रोको मत, जाने दो” -और इसका सही अर्थ प्रमाणिक
गुरु ही दे सकते हैं, हमें गीता का “शब्दार्थ” (meaning of words) नहीं चाहिए हमें
गीता का “भावार्थ” (meaning behind the overall saying of Lord) चाहिए
https://youtu.be/QEof7QVX93g&t=5769